Category: चर्चा में

रवीश का पत्र, ‘हर सजग नागरिक को मिले जेल डेबिट कार्ड, सवाल करने से पहले कार्ड अनिवार्य हो’

माननीय, भारतवर्ष में माननीय की कमी नहीं है,इसलिए स्पष्ट करना ज़रूरी नहीं है कि इस पत्र में माननीय कौन है। अपनी सुविधानुसार कोई भी माननीय मान सकता है कि यह….

लोकतंत्र में अवतारवाद, फासिज्म का पहला चरण होता है

नूपुर शर्मा के बयान पर अक्सर बीजेपी आरएसएस के मित्र यह सवाल भी पूछते हैं कि नूपुर ने क्या गलत कहा, उसने तो वही कहा जो हदीस में लिखा है।….

रवीश का लेख: मुबारक हो, जे पी नड्डा ने फ़ैसला लिया है! नड्डा ने फ़ैसला लिया है !

एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाने का फ़ैसला किसका था? क्या भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा का? क्या मोदी-शाह माउंट आबू में ‘समर होलिडे’ मना रहे थे? नड्डा का फ़ैसला, नड्डा….

‘सबूत’ प्लांट किया जा सकता है, सबूत तलाशने के लिए घूमना हो सकता है

संजय कुमार सिंह आप जानते हैं कि खबरों की सच्चाई का पता लगाने वाले ऑल्ट न्यूज के सह संस्थापक, मोहम्मद जुबैर (@zoo-bear) को 1983 की हिन्दी फिल्म, ‘किसी से ना….

खबरदार! मुल्क के हालात 1857 की शिकस्त से भी बदतर हैं!

1857 में देश के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की असफलता और हार के बाद जो राजनीतिक, सामाजिक, शैक्षिक, सांस्कृतिक और आर्थिक संकट पैदा हुआ था उसके ख़िलाफ़ संगठित तरीक़े से आवाज़….

सुप्रीम कोर्ट के जज मंगल ग्रह से थोड़े आते हैं?

बीस साल पुराने गुजरात दंगों के केस में दो दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने नरेंद्र मोदी को क्लीन चिट दे दी. मगर ये क्लीन चिट क्या होता है? भारत के….

अजीत साही का लेख: बग़ैर विचारधारा वाला समाज मुर्दा लाश है

अगर आपसे पूछा जाए कि बीजेपी की क्या विचारधारा है तो आप एकदम बता देंगे “हिंदुत्व”। अगर आप से पूछा जाए कि कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, राष्ट्रीय जनता….

जो धार्मिक उन्माद फैला रहा है, उसे अभयदान मिला हुआ है, जो अमन की बात कर रहा है वह जेल जा रहा है

झूठ को उजागर करने वाला जेल जा रहा है। झूठ फैलाने वाला सम्मान पा रहा है। नफरत फैलाने वाला ऊंची कुर्सी पा रहा है। नफरत को नफरत कहने वाला सजा….

रवीश का लेखः कट्टरवाद का जवाब कट्टरवाद नहीं हो सकता, इस्लाम के नाम पर कट्टरवाद फैलाने वाले भी…

उदयपुर के कन्हैयालाल की हत्या आतंकी कार्रवाई है। जघन्य और बर्बर है। ऐसा करने वाले आस्था के नाम पर आहत की आड़ ले रहे हैं। उन्हें ठीक से पता है….

राष्ट्रपति चुनाव : विपक्ष ने मौका गंवा दिया

विपक्ष सड़क पर संघर्ष, चुनाव जीतने जैसी कई चीजें नहीं कर पा रहा मगर सही उम्मीदवार चुनने जैसा सामान्य काम भी नहीं कर पा रहा। राष्ट्रपति चुनाव में सबको मालूम….