कोलकाता/नई दिल्लीः जमीयत भवन कोलकाता के मौलाना असद मदनी हाल में जमीयत उलमा ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी की अध्यक्षता में राष्ट्रीय कार्यसमिति का दो दिवसीय महत्वपूर्ण सम्मेलन संपन्न हुआ। जिसका अंतिम चरण आज सुबह आयोजित हुआ। सम्मेलन में देश की वर्तमान सांप्रदायिक परिस्थिति पर विचार मंथन सहित एक दर्जन एजेंडों पर विस्तार से विचार-विमर्श हुआ और उनसे संबंधित जमीयत की जारी गतिविधियों का आंकलन किया गया।
जमीयत के इस सम्मेलन में युवाओं को संबोधित करते हुए कहा गया कि उम्मत के नौजवानों और विद्यार्थियों के संगठनों को हम विशेष रूप से चेता देना चाहते हैं कि वह आंतरिक व बाहरी देश दुश्मन तत्वों के, प्रत्यक्ष रूप से निशाने पर हैं, उन्हें (नौजवानों को) निराश करने, भड़काने और गुमराह (भ्रमित) करने का हर हथकंडा इस्तेमाल किया जा रहा है। हमारे सामने सैकड़ों मुस्लिम नौजवानों का उदाहरण है जिन्हें जिहाद के नाम पर धोखा देकर फंसाया गया या आतंकवाद के झूठे आरोप लगाकर जेल की सलाखों के पीछे धकेल दिया गया। इसलिए विशेषरूप से मुस्लिम नौजवानों को चाहिए कि वह जेहाद के नाम पर किसी चाल–धोखे का शिकार न हों और अपने महापुरुषों पर पूरा विश्वास करते हुए उनकी बातों पर अमल करें।
जमीयत ने कहा वर्तमान समय की आवश्यकता है कि हम अपनी बिगाड़ी गई छवि को बदलें और देश व मिल्ली तथा दीनी जागरुकता की आपसी एकता के साथ, शारीरिक, मानसिक और अध्यात्मिक रूप से स्वस्थ, बहादुर और जान न्यौछावर करने वाला, मानवता और मित्रता, और देश के वफादार नागरिक का ऐसा उदाहरण प्रस्तुत करें जिस पर हमारे देश तथा कौम को गर्व हो। हमें अपने नौजवानों को ऐसे रूप में सुदृढ़ करना चाहिए कि देश में आने वाली आपदाओं, विपदाओं, घटनाओं या बाहरी आक्रमणकारियों का मुकाबला करने में वह सबसे आगे और सक्षम हों।