हरारेः आयरलैंड की एमी हंटर वनडे मैचों में शतक लगाने वाली विश्व की सबसे युवा बल्लेबाज़ बन गई हैं। उन्होंने ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ अपने 16वें जन्मदिन के अवसर पर यह अनोखा रिकॉर्ड बनाया। हंटर ने भारत की मिताली राज का रिकॉर्ड तोड़ा जिन्होंने 16 साल और 205 दिन की उम्र में जून 1999 में आयरलैंड के ही ख़िलाफ़ नाबाद 114 रन बनाए थे।
हंटर ने इस क्रम में पाकिस्तान के आतिशी बल्लेबाज़ शाहिद आफ़रीदी का भी रिकॉर्ड तोड़ा। पुरूष क्रिकेट में सबसे युवा वनडे शतक का रिकॉर्ड आफ़रीदी के नाम ही दर्ज है, जिन्होंने 1996 में 16 साल 217 दिन की उम्र में श्रीलंका के ख़िलाफ़ 102 रन बनाये थे।
हंटर का यह रिकॉर्ड ना सिर्फ़ वनडे क्रिकेट बल्कि सीमित ओवर क्रिकेट में भी एक रिकॉर्ड है। टी-20 क्रिकेट में भी किसी महिला या पुरूष खिलाड़ी ने इतने कम उम्र में अंतर्राष्ट्रीय शतक नहीं लगाया है।
हंटर सिर्फ़ चौथा वनडे खेल रही थीं। उन्होंने 127 गेंद की पारी के दौरान 8 चौके लगाए। यह आयरलैंड की महिला क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ पारी भी है। उन्होंने कैरेन यंग के 120 रन के रिकॉर्ड को तोड़ा, जिन्होंने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ 2000 में 120 रन बनाए थे।
हंटर की इस पारी की बदौलत आयरलैंड ने 50 ओवर में तीन विकेट खोकर 312 रन का स्कोर खड़ा किया, जो कि आयरलैंड का वनडे क्रिकेट में सर्वाधिक स्कोर है। आयरलैंड ने यह मैच 85 रन से आसानी से जीतकर सीरीज़ पर 3-1 से कब्ज़ा जमा लिया।
मैच के बाद हंटर ने कहा, “मुझे बहुत अच्छा महसूस हो रहा है। जब मैं पचास के नज़दीक पहुंची तो मुझे लगा कि विकेट पर टिककर लंबी पारी खेलनी चाहिए। इसके बाद जब मैं शतक पर पहुंची तो मुझे नहीं पता था कि मुझे क्या करना है। हेल्मेट निकालना है या नहीं। लेकिन जो भी था, यह अविश्वसनीय था।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं अर्धशतक बनाने के दौरान अधिक नर्वस थी। मैंने अपनी पहली तीन पारियों में अच्छा नहीं किया था इसलिए मैं थोड़ा सा दबाव में भी थी। मुझे 50 तक पहुंचने में अधिक समय लगा। एक बार पचास रन पर पहुंचने के बाद शतक तक पहुंचने में उतना समय नहीं लगा।”
हंटर ने कप्तान लौरा डेलनी (68 रन) के साथ तीसरे विकेट के लिए 143 रन की साझेदारी की। उन्होंने कहा कि इस पारी के दौरान उन्हें अपनी कप्तान का पूरा साथ मिला। उन्होंने कहा कि खुद पर भरोसा रखो।