Category: चर्चा में

हर अँधेरी रात के बाद नया सवेरा होता है।

मौलाना मुहम्मद उमरैन महफ़ूज़ रह़मानी मस्जिदों से प्यार करना, उनको आबाद रखने की चिंता करना और उनमें नेक काम करना मुसलमानों की बुनियादी ज़िम्मेदारी है। मस्जिदों से मुहब्बत करना ईमान….

राम पुनियानी का लेखः कश्मीर में शांति कैसे स्थापित हो?

पाकिस्तान में प्रशिक्षित और पाक-समर्थित आतंकवादी कश्मीर घाटी में लंबे समय से सक्रिय हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नोटबंदी की घोषणा करते समय दावा किया था कि इससे कश्मीर घाटी….

“मुसलमान होने के शक में” एक भाजपाई ने दूसरे भाजपाई को पीट-पीट कर मार डाला।

जो मारा गया, वह मानसिक रूप से कमजोर था। जिसने मारा, उसका दिमाग हिंदू रक्षा के लिए सनक गया है। यह सनक ही आज की हकीकत है। यह किसी काल्पनिक….

छह साल में 160 फ़ीसद बढ़े हैं राजद्रोह के मामले, निरस्त हो जनविरोधी और असंवैधानिक क़ानून

ज़ाहिद ख़ान सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण सुनवाई करते हुए राजद्रोह के मामलों में सभी कार्यवाहियों पर रोक लगा दी है। अदालत ने केंद्र एवं राज्यों को….

पीट पीट कर मार डालने के लिए सिर्फ मुसलमान होना काफी है!

जूलियस सीजर के हत्यारों में से एक का नाम सिन्ना था, भीड़ जब सीजर के हत्यारों को तलाश रही थी तो उसे सिन्ना नाम का एक व्यक्ति मिला जो ”हत्यारा….

रवीश का लेख: भारत में मीडिया समाप्त हो चुका है, आप दर्शक अब कुछ नहीं कर सकते

भारत में मीडिया समाप्त हो चुका है। ऐसी बाढ़ आई है कि अब टापू भी नहीं बचे हैं। हम सभी किसी ईंट पर तो किसी पेड़ पर खड़े कर आख़िरी….

अमन के नाम से नफ़रत बेचने का मीडिया व्यापार !

श्रवण गर्ग चुनाव जीतकर सत्ता प्राप्त करने और फिर ‘इच्छा-शासन’ का वरदान प्राप्त करके अनिश्चित काल तक हुकूमत में बने रहने का फ़ार्मूला अब काफ़ी सस्ता और आसान हो गया….

रवीश का लेख: चीन को जानो, चीन को समझो और चीन से रहो सतर्क

वंदे भारत ट्रेन के पहिए चीन में बनेंगे? 17 मई की तारीख़ से ETNOW की वेबसाइट पर यह ख़बर छपी है। ख़बर में आधिकारिक बयान नहीं है, सूत्रों के हवाले….

अजीत साही का सवाल: ये कैसा धर्म हो गया है हमारा कि हम दूसरों के धर्मस्थल को हथियाने के लिए झूठ पर झूठ बोले जाएँ?

बहुत सारे स्वघोषित लिबरल लोग भी लिख रहे हैं कि ज्ञानवापी के नाम पर शिवलिंग का मज़ाक़ बनाया जा रहा है। ये लिबरल बेहद मक्कार और धूर्त लोग हैं। शिवलिंग….

ज्ञानवापी मस्जिद: भारत के हिंदुओं के नाम एक खुला पत्र

प्रिय हिंदू बहनों और भाइयों, कृपया एक पल के लिए सोचिए। अगर ज्ञानवापी मस्जिद को मंदिर में बदल दिया जाए तो क्या इससे आपके बच्चों को शिक्षा, और आप को….