नई दिल्लीः ओखला विधानसभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह ख़ान तीसरी बार दिल्ली वक्फ बोर्ड के चेयरमैन बनाए गए हैं। यह जानकारी खुद अमानतुल्लाह खान ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से ट्वीट करके दी है। उन्होंने लिखा कि अल्हम्दुलिल्लाह मैंने आज तीसरी मर्तबा दिल्ली वक़्फ़ बोर्ड के चेयरमैन का पद संभाला, इसके लिए मैं दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल जी, तमाम अवाम और सभी मेम्बरों का शुक्रगुज़ार हूँ।
बता दें कि अमानतुल्लाह ख़ान इससे पहले भी दिल्ली सरकार में वक्फ बोर्ड के चेयरमैन थे, लेकिन दूसरी बार दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार आने के बाद उन्हें वक्फ बोर्ड से हटा दिया गया था। हालांकि उनकी जगह किसी और को भी वक्फ बोर्ड का चेयरमैन नहीं बनाया गया था, अब एक बार फिर दिल्ली सरकार ने अमानतुल्लाह खान पर अपना भरोसा बरकरार रखते हुए उन्हें तीसरी बार वक्फ बोर्ड का चेयरमैन बनाया है।
अमानतुल्ला की देखरेख में मज़बूत हुआ वक्फ
दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार आने के बाद दिल्ली वक्फ बोर्ड में जो भी सुधार हुआ है उसका श्रेय अमानतुल्लाह खान को ही जाता है। अमानतुल्लाह खान ने दिल्ली वक्फ बोर्ड की काया पलट कर रख दी, वक्फ की प्रॉपर्टियों से समय पर किराया वसूला गया, जिसके नतीजे में वक्फ बोर्ड खुद इतना मज़बूत हो गया, कि वह सरकार की मदद लेने के बजाय उल्टे सरकार को ही मदद पहुंचाने लगा।
अमानतुल्लाह खान ने वक्फ बोर्ड के माध्यम से न सिर्फ दिल्ली के दंगा पीड़ितों बल्कि ग़रीब, विधवाओं, असहायों की भी मदद कराई है। झारखंड में मॉबलिंचिंग का शिकार हुए तबरेज़ अंसारी की विधवा को दिल्ली वक्फ बोर्ड ने पांच लाख रुपये की सहायता की थी, इसके अलावा तबरेज़ की विधवा को दिल्ली वक्फ बोर्ड में नौकरी भी दी थी, हालांकि तबरेज़ की विधवा ने निजी कारणों से दिल्ली वक्फ बोर्ड में नौकरी करना मुनासिब नहीं समझा। बीते वर्षों में दिल्ली वक्फ बोर्ड द्वारा समय समय पर ग़रीबों, एंव मॉबलिंचिंग का शिकार हुए लोगों की मदद की गई है।