नई दिल्लीः कोरोना का कहर पूरी दुनिया में खतरनाक तरीके से बढ़ रहा है। भारत में कोरोना से संक्रमित हुए लोगों की संख्या एक लाख के करीब है। भारत में मरने वालों की संख्या तीन हजार पार कर गई। अमेरिका में 90 हजार और यूरोप में 1.50 लाख लोग मारे जा चुके। घरों में रहिए। हाल ही में भारत में एक दिन में कोरोना के सबसे अधिक पांच हजार मामले सामने आए थे. जिसके बाद हड़कंप मचा हुआ है।
नोएडा स्थित ज़ी न्यूज़ के स्टाफ में भी कोरना पॉजिटिव मामले सामने आए हैं. बता दें कि नोएडा में स्थिति खतरनाक मोड़ पर है। कोरोना वायरस का संक्रमण विस्तार ले रहा है। बीते रोज़ एक दिन के भीतर मिले 31 नए मामले सामने आए हैं। यह तब है जब नोएडा में प्रतिदिन आजकल 150-200 टेस्ट ही हो रहे हैं। ज़ी न्यूज़ के एंकर सुधीर चौधरी द्वारा किए गए ट्वीट के मुताबिक़ ज़ी न्यूज़ के 28 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।
सोशल मीडिय पर ज़ी न्यूज़ के स्टाफ को कोरोना होने पर तरह तरह के मीम्स बनाए जा रहे हैं। एक यूज़र ने लिखा कि देश मे जब कोरोना आया तो सुधीर चौधरी उसमें मुसलमान ढूंढ रहा था। आज जब खबर आ रही है कि ज़ी न्यूज़ के 28 लोग कोरोना पॉजिटिव हैं तो पूरा देश इन 28 लोगों में सुधीर चौधरी ढूंढ रहा है।
अकरम क़ादरी नाम के यूजर ने लिखा कि ज़ी न्यूज़ में काम करने वाले 28 लोग कोरोना पॉजिटिव है मुझे इनके लिए पूरी सहानुभूति है. अब जैसे यह लोग नफ़रत करते है, मैं तो खैर नहीं कर सकता. क्योंकि हम सूफिज्म पर विश्वास रखते है. लेकिन इतना मालूम है यह लोग वुहान (चीन) जमात में नहीं गए थे.तब कैसे पॉजिटिव हुए इस पर एक डीएनए हो जाना चाहिए.
पत्रकार ज़ैग़म मुर्तज़ा ने तंज करते हुए लिखा कि ज़ी न्यूज़ का दफ्तर कोरोना का नया मरकज़ है, ज़ी के कर्मचारी कोरोना जिहादी और सुधीर चौधरी चलता फिरता कोरोना बम.
पेशे से वकील सरफराज़ नज़ीर ने टिप्पणी करते हुए लिखा कि कहते हैं वक्त हर मर्ज़ का इलाज है बस आपमें सब्र का माद्दा होना चाहिए, छी न्यूज़ का स्टाफ कोरोना पाॅज़िटिव पाया गया, अब ये तिहाड़ी न इसे कोरोना बम कहेगा न कोरोना जेहाद क्यों कि ये मरकज़ को बदनाम करते करते खुद इसका मरकज़ ( केंद्र) बन गया। ये छिपा था या फंसा वो तो जांच का विषय है लेकिन इसके रिपोर्टर्स को छिपना नहीं चाहिए बल्कि सहयोग करना चाहिए, वैसे इसका प्रमुख सुधीर तो ईधर ऊधर थूकता निगलता रहता है लेकिन इसके स्टाफ को ऐसा नहीं करना चाहिए क्यों कि कोरोना थूकने से फैलता है।
इनके सदस्यों को अपनी यात्रा का विवरण देना चाहिए। ये कब कब कहाँ गए किससे मिले ताकि उन्हें देश भर से खोज खोज कर क्वारेंटिन किया जा सके। यदि ज़ी न्यूज़ के लोगों के साथ कोई व्यक्ति आप के आस पास दिखाई दे तो फौरन प्रसाशन को सूचित करे। डरे नहीं सरकार हमारे स्वास्थ्य के प्रति बेहद गंभीर और संवेदनशील है। चैनल से बड़ा देश है और देशहित सर्वोच्च है।