कौन हैं अमेरिकी सांसद इल्हान उमर? जिन्होंने अमेरिकी संसद में पेश किया भारत विरोधी प्रस्ताव

नई दिल्लीः अमेरिकी सांसद इल्हान उमर कई मर्तबा भारत में मानवाधिकार को लेकर भारत की आलोचना कर चुकी हैँ। इसी कड़ी में अब उन्होंने भारत द्वारा किए जा रहे मानवाधिकारों के उल्लंघन की निंदा करने के लिए एक अमेरिकी संसद में प्रस्ताव पेश किया है। इल्हान, भारत को धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन करने वाला देश घोषित करने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि धार्मिक और सांस्कृतिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ मानवाधिकारों के उल्लंघन के लिए भारत सरकार को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। इल्हान के इस प्रस्ताव को सांसद रशीदा तलीब और जुआन वर्गास का समर्थन भी मिला है।

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क्या कहता प्रस्ताव

हिंदुस्तान की एक रिपोर्ट के अनुसार इल्हान द्वारा लाए गए प्रस्ताव में कहा गया है कि हाल के सालों में भारत सरकार मुस्लिमों, ईसाइयों, सिखों और दलितों के खिलाफ दमनकारी नीतियों को बढ़ावा दे रही है। यह विदेश विभाग के लिए भारत की स्थिति की वास्तविकता को स्वीकार करने और अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत औपचारिक रूप से भारत को विशेष चिंता वाले देश के रूप में नामित करने का वक्त है।

कश्मीर को लेकर भी कर चुकी हैं आलोचना

अप्रैल 2022 में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर का दौरा करने के लिए भारत सरकार ने इल्हान की आलोचना की थी। भारतीय विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता अरिंदम बागची ने अप्रैल 2022 को कहा था कि ऐसी नेता जो घर पर एक संकीर्ण मानसिकता की राजनीति करना चाहती है तो यह उनका मामला है लेकिन हमारी क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता का उल्लंघन करना हमारा मसला है और हमें लगता है कि पाक अधिकृत कश्मीर की उनकी यात्रा निंदनीय है।

कौन हैं इल्हान उमर?

इल्हान अमेरिका की सत्ताधारी पार्टी डेमोक्रेटिक पार्टी से अमेरिकी कांग्रेस की प्रतिनिधि हैं। सोमालिया में पैदा होने वाली इल्हान 13 साल की उम्र में सोमाली गृहयुद्ध के दौरान शरणार्थी के रूप में अमेरिका आई थीं। नवंबर 2016 में इल्हान ने चुनाव लड़ा और अमेरिका में पहली सोमाली-अमेरिकी सांसद बनीं। इल्हान अमेरिकी कांग्रेस में हिजाब पहनने वाली पहली महिला हैं।

इल्हान वर्षों से चीन में उइगर मुस्लिमों के साथ हो रहे क्रूर व्यवहार, 2019 में श्रीलंका ईस्टर बम विस्फोट सहित कई मसलों पर बात रख्ती से अपनी बात रखती आई हैं। इल्हान फिलिस्तीन में इजरायल की भूमिका को लेकर भी हमलावर रहती हैं। फिलिस्तीन को इल्हान के रुख को लेकर तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने इल्हान की आलोचना की थी।