लखनऊः उत्तर प्रदेश विधान परिषद में मानसून सत्र के पहले दिन मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी(सपा) के सभी सदस्य कानून व्यवस्था को लेकर शोरगुल करने लगे और सदन की वेल में आ गये। भारी शोर-शराबे के कारण सभापति कुंवर मानवेन्द्र सिंह ने सदन की बैठक पहले 30 मिनट के लिये स्थगित कर दी और बाद में स्थगन का समय बढ़ाकर 12 बजकर सात मिनट तक कर दिया।
सदन की कार्यवाही पूर्वाह्न 11:00 बजे वन्दे मातरम के साथ प्रारम्भ हुई। उसके बाद सभापति ने 17 अगस्त से 24 अगस्त तक तिथिवार कार्यक्रम के संबंध में कार्य परामर्षदात्री समिति की संस्तुतियों को सदन की मेज पर रखा। प्रश्न प्रहर प्रारम्भ होते ही प्रदेश में कानून व्यवस्था की बदहाल स्थिति को लेकर सपा के सभी सदस्य भारी शोरगुल करने लगे तथा वेल में आ गये। भारी शोर-शराबे के कारण सभापति श्री सिंह ने 11:05 बजे सदन की बैठक को 30 मिनट के लिये स्थगित कर दिया। उसके बाद 11:35 बजे अधिष्ठाता जयपाल सिंह ’व्यस्त’ के सभापतित्व में सदन की कार्यवाही पुनः प्रारम्भ हुई,लेकिन सपा के सभी सदस्य पुनः शोर-शराबा करने लगे एवं सदन की वेल में आ गये। जिस सदन की बैठक 11:37 पर सदन की बैठक 30 मिनट के लिये स्थगित कर दी।
12:07 बजे शून्य प्रहर में सदन की कार्यवाही प्रारम्भ हुई। कार्यवाही शुरु होने पर पूर्व सदस्यों अनुराग शुक्ला, डॉ. नैपाल सिंह, महेन्द्र प्रताप नाराण सिंह, चौधरी लेखराज सिंह, भगवती सिंह, रामचन्द्र वाल्मीकी, विजय सिंह राणा, कुंवर धीरेन्द्र बहादुर सिंह ’मोहन भैया’, फजले मसूद और वर्तमान सरकार के राज्यमंत्री विजय कश्यप के निधन पर श्रद्धांजलि अर्पित की तथा दिवंगतों की आत्माओं की शांति के लिए कुछ क्षण खड़े होकर मौन धारण किया।
शून्य प्रहर में नियम-105 (कार्यस्थगन) के तहत सपा के अहमद हसन, बलराम यादव, राम सुन्दर दास निषाद, शशांक यादव एवं अन्य सदस्यों ने प्रदेश के किसानों की आय दुगुना कराये जाने के संबंध में सूचना दी। सूचना की ग्राह्यता पर सपा के राम अवध यादव, शशंक यादव, एवं नेता विरोधी दल अहमद हसन ने विचार व्यक्त किये। कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने सदन को तथ्यों से अवगत कराया। अधिष्ठाता जयपाल सिंह ’व्यस्त’ ने कार्यस्थगन अस्वीकार कर सरकार को आवश्यक कार्यवाही के लिए संदर्भित किये जाने के निर्देश दिये।
इसके बाद बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के दिनेश चन्द्रा, अतर सिंह राव, सुरेश कुमार कश्यप, महमूद अली एवं भीमराव अम्बेडकर ने इटावा के पचनन्द क्षेत्र में आयी बाढ़ के कारण प्रभावित लोगों को राहत सामग्री पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराये जाने के संबंध में सूचना दी। सूचना की ग्राह्यता पर सुरेश कुमार कश्यप, भीमराव अम्बेडकर, दिनेश चन्द्रा एवं कांग्रेस के दीपक सिंह ने अपने विचार व्यक्त किये।
जल शक्ति मंत्री डॉ. महेन्द्र सिंह ने सदन को तथ्यों से अवगत कराया। सभापति कुंवर मानवेन्द्र सिंह ने सूचना पर कार्यस्थगन अस्वीकार कर सरकार को आवश्यक कार्यवाही के लिए संदर्भित कर दिया। कांग्रेस के दीपक सिंह ने प्रदेश में बिगड़ी कानून व्यवस्था एवं व्याप्त भ्रष्टाचार के संबंध में सूचना दी। सूचना की ग्राह्यता पर दीपक सिंह ने ही विचार व्यक्त किये। नेता सदन ने सदन को तथ्यों से अवगत कराया। अधिष्ठाता जयपाल सिंह ’व्यस्त’ ने सूचना पर कार्यस्थगन अस्वीकार कर सरकार को आवश्यक कार्यवाही के लिए संदर्भित कर दिया।
शून्य प्रहर में शिक्षक दल के सुरेश कुमार त्रिपाठी ने प्रदेश के इंटरमीडिएट शिक्षा अधिनियम की धारा 7(क) को संषोधित करते हुये 7(4) को प्रभावी किये जाने के संबंध में कार्यस्थगन की सूचना दी। सूचना की ग्राह्यता पर सुरेश कुमार त्रिपाठी, ध्रुव कुमार त्रिपाठी, भाजपा के डॉ. हरी सिंह ढिल्लो, उमेश द्विवेदी एवं सपा के लाल बिहारी यादव जी ने विचार व्यक्त किये। नेता सदन ने सदन को तथ्यों से अवगत कराया। अधिष्ठाता श्री व्यस्त ने सूचना पर कार्यस्थगन अस्वीकार कर सरकार को आवश्यक कार्यवाही के लिए संदर्भित कर दिया।
इसके अलावा निर्दलीय समूह के राज बहादुर सिंह चन्देल, डॉ. दिलीप यादव, संतोष यादव एवं अन्य सदस्यों ने प्रदेश में माध्यमिक विद्यालयों को विद्यालय शिक्षा संहिता के निर्धारित अंशो के अनुपालन में एक ही पाली में संचालित कराये जाने के संबंध में सूचना दी। सूचना की ग्राहय्ता पर डॉ. आकाश अग्रवाल, राज बहादुर सिंह चन्देल, शिक्षक दल के सुरेशकुमार त्रिपाठी एवं ध्रुव कुमार त्रिपाठी, सपा के लाल बिहारी यादव एवं डॉ. मान सिंह यादव ने अपने विचार व्यक्त किये। नेता सदन ने सदन को तथ्यों से अवगत कराया। अधिष्ठाता ’व्यस्त’ ने सूचना पर कार्यस्थगन अस्वीकार कर सरकार को आवष्यक कार्यवाही के लिए संदर्भित किये जाने के निर्देश दिये।