उमरान मलिक का जन्म 22 नवंबर 1999 को जम्मू में हुआ था। उन्होंने अपनी T-20 क्रिकेट की शुरुआत सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी, जम्मू और कश्मीर से की थी। सितंबर 2021 में, उमरान 2021 इंडियन प्रीमियर लीग में सनराइजर्स हैदराबाद की तरफ से खेले। आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच मैच के दौरान उन्होंने 150 किमी प्रति घंटे से अधिक की गति से पांच गेंदें फेंक कर चयनकर्ताओं को हैरत में डाल दिया, अपनी तेज गेंदबाजी के परिणामस्वरूप, उन्हें T-20 विश्व कप के लिए भारत की टीम के लिए नेट गेंदबाज के रूप में नामित किया गया है।
21 साल के उमरान को भले ही कोई विकेट नहीं मिला लेकिन उन्होंने 4 ओवर में कुल 27 रन ही दिए। उमर मलिक को KKR के खिलाफ मैच में तेज गेंदबाज संदीप शर्मा के स्थान पर हैदराबाद की प्लेइंग-XI में शामिल किया गया। उमरान ने अपने डेब्यू मैच में अपनी स्पीड से सबको आकर्षित किया। कमेंट्री से लेकर सोशल मीडिया तक उनकी गेंदबाज़ी की स्पीड की चर्चा हुई। जानकारी के लिये बता दें कि इससे पहले कार्तिक त्यागी ने IPL में ही 147 की रफ्तार से गेंद फेंकी थी।
सनराइजर्स हैदराबाद प्ले ऑफ से बाहर
दुबई में खेले गए इस मुकाबले में हालांकि उमरान की टीम हैदराबाद को 6 विकेट से हार झेलनी पडी। कोलकाता नाइटराइडर्स ने हैदराबाद टीम निर्धारित 20 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 115 रन ही बना पाई, जिसके बाद कोलकाता ने लक्ष्य को दो गेंद शेष रहते चार विकेट खोकर हासिल किया। कोलकाता टीम इसी के साथ प्ले ऑफ की रेस में बरकरार है, जबकि हैदराबाद पहले ही इस दौड़ से बाहर हो चुकी है।
फास्ट बॉलिंग में बेताज बादशाह बनता जा रहा है भारत
एक दौर था जब भारतीय क्रिकेट में कहा जाता था कि इंडिया में फास्ट बॉलर्स पैदा नहीं हो सकते। क्रिकेट पंडित कहते थे कि तेज गेंदबाज पाकिस्तान में और स्पिनर भारत में होते हैं। साल 1980 के दशक में टीम इंडिया को कपिल देव के रूप में सही मायनों में पहला फास्ट गेंदबाज़ मिला। 1990 का दशक जावागल श्रीनाथ के नाम रहा।
उसके बाद आए ज़हीर खान, आशीष नेहरा, अजीत आगरकर और इरफान पठान जैसे गेंदबाज। तब लगने लगा कि भारत में फास्ट बॉलर्स को लेकर कही जाने वाली कहावत गलत हो रही है और ऐसा हुआ भी। मौजूदा दौर में दुनिया का बेस्ट पेस अटैक भारत के पास है।