डासना मंदिर के महंत पर कसता शिकंजा, दूसरी बार गुंडा एक्ट लगाने की तैयारी कर रही पुलिस, SDM की मौजूदगी में भी…

गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश की गाजियाबाद पुलिस ने डासना देवी मंदिर के महंत और कट्टर हिंदुत्ववादी नेता यति नरसिंहानंद सरस्वती के खिलाफ ‘गुंडा एक्ट’ लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यति को हाल ही में जूना अखाड़ा का महामंडलेश्वर नियुक्त किया गया था। पुलिस ने इस सिलसिले में मंजूरी के लिए उपसंभागीय मजिस्ट्रेट को एक फाइल भेजी है, जिसके बाद यह जिला पुलिस प्रमुख और जिलाधिकारी की स्वीकृति के लिए भेजी जाएगी।

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नरसिंहानंद ने खुद के जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर नियुक्त किए जाने के बारे में हाल में अपने फेसबुक पेज पर जानकारी साझा की थी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पवन कुमार ने कहा कि नरसिंहानंद पर मारपीट, हत्या का प्रयास, अपमानजक भाषा का इस्तेमाल और मंदिर के बाहर जांच से पुलिस को रोकने जैसी गतिवधियों को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई शुरू की है। अधिकारी ने कहा कि नरसिंहानंद जिले की कानून व्यवस्था के लिए खतरा बन गया है।

विवाद और भड़काऊ भाषणों से नाता

नरसिंहानंद अपनी विवादास्पद और भड़काऊ टिप्पणियों को लेकर चर्चा में रहा है। इसी महीने की शुरुआत में यति नरसिंहानंद ने आरोप लगाया था कि एक मुस्लिम लड़के को उसकी जासूसी के लिए भेजा गया था और लड़के के समुदाय में उसकी उम्र के प्रशिक्षित हत्यारे हैं। सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो क्लिप में नरसिंहानंद को बगल में खड़े लड़के पर मंदिर परिसर में ‘रेकी’ करने का आरोप लगाते हुए सुना जा सकता है।

नफरत में अंधा होकर कलाम तक नहीं छोड़ा

इससे पहले देश के शीर्ष क्षेत्रों में कोई भी मुसलमान भारत समर्थक नहीं हो सकता कहते हुए इस विवादास्पद बाबा ने पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को एक ‘जिहादी’ बताया था। यतिनरसिंहानंद ने डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम पर परमाणु बम का फॉर्मूला पाकिस्तान को बेचने का आरोप लगाया था। इसके अलावा महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने को लेकर उस पर करीब दो महीने पहले एक मामला दर्ज किया गया था। समाचार पोर्टल द वायर की एक रिपोर्ट में बताया गया था कि किस तरह नरसिंहानंद द्वारा दी गई हेट स्पीच के चलते फरवरी 2020 में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में भयानक दंगे भड़के थे।

नरसिंहानंद और उसके तथाकथित शिष्यों को आए दिन मुस्लिमों के खिलाफ नियमित तौर पर हिंसक और भड़काऊ भाषण देते हुए देखा जा सकता है। इसी वर्ष मार्च महीने में गाजियाबाद का डासना मंदिर उस समय विवादों में आया था, जब मंदिर में पानी पीने गए एक 14 वर्षीय मुस्लिम बच्चे की वहां काम करने वाले शृंगी नंदन यादव नाम एक शख्स ने क्रूरता से पिटाई की थी। इस शख्स को गिरफ्तार किया गया था। हालांकि, बाद में नरसिंहानंद ने आरोपी का समर्थन किया था।

जामिया, देवबंद अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी पर निशाना

नरसिंहानंद ने पत्रकारों को बयान दिया था, जिसमें उसने कहा था कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, जामिया मिलिया इस्लामिया और दारुल उलूम देवबंद जैसे कुछ चुनिंदा शिक्षण संस्थानों के छात्र भारत के संविधान के प्रति सच्ची आस्था और निष्ठा नहीं रख सकते और भारत की संप्रभुता एवं अखंडता को बनाए नहीं रख सकते। इसके अलावा दिल्ली प्रेस क्लब में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पैगंबर-ए-इस्लाम के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने पर धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में नरसिंहानंद के खिलाफ इस साल अप्रैल में भी मामला दर्ज किया गया था।

गुंडा एक्ट लगाने की कार्रावाई पर भड़का स्वंयभू महंत

यतिनरसिंहानंद पर जैसे ही प्रशासन ने गुंडा एक्ट लगाने की कार्रावाई शुरू की, इससे यह भड़काऊ बयानवीर प्रशासन पर तो भड़का ही इसके साथ-साथ मुसलमानों के ख़िलाफ ज़हर उगलने से भी बाज नहीं आया। ट्विटर पर इसने एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें उसने प्रशासन को चुनौती देते हुए कहा कि “जब इस धर्मयुद्ध में मैं इस मुहम्मद से नहीं डरा, इन मुसलमानों से नही डरा, दारुल उलूम देवबन्द से नही डरा, सऊदी अरब से नही डरा तो मैं इन छोटे मोटे दो दो पैसों में बिगने वाले अधिकारियों से डरूंगा क्या?”

इतना ही नहीं इस बाबा ने एसडीएम को चेतावनी देते हुए कहा कि “मैं नहीं चाहता हिन्दुओ का कत्ल मेरे हाथ से हो।”  यति नरसिंहानंद ने ये विवादित एंव भड़काऊ बातें गाज़ियाबाद जनपद के एसडीएम सदर के सामने कही हैं।