भारत में अडानी के सभी पोर्ट पर पाकिस्तान, अफगानिस्तान और ईरान से आए सामान पर बैन लगा दिया गया है। आपको याद होगा गुजरात के अडानी पोर्ट पर ही हाल में 3000 किलो ड्रग्स पकड़ी गई थी। सवाल यह है कि आखिर तीन हफ्ते पहले जो ड्रग्स पकड़ी गयी उसे लेकर आज ही यह निर्णय क्यो लिया गया?
दरअसल यही बात हमारा मीडिया दबा जाता है वह खबर तो देता है लेकिन ऐसा क्यो हुआ होगा इस बारे मे कोई बात नही करता बल्कि छुपा लेता है, अडानी पोर्ट पर पाकिस्तान, अफगानिस्तान और ईरान से आए कार्गो पर बैन इसलिए लगाया गया है क्योंकि ठीक एक दिन पहले नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी यानी NIA ने कई जगह छापेमारी भी की थी,इस बारे में जो ऑफिशियल बयान दिया गया है उसके अनुसार “चेन्नई, कोयंबटूर, विजयवाड़ा में संदिग्धों के परिसरों की तलाशी ली गई. तलाशी के दौरान, कई अहम दस्तावेज, लेख और अन्य सामान जब्त किया गया.”
अगर आप अडानी के भारत मे पूर्वी तट और पश्चिमी तट पर फैले कुल 13 बंदरगाहों की स्थिति का मुआयना करेंगे तो आप समझ जाएंगे कि ऐसा क्यों किया गया है जितनी भी जगह NIA ने छापेमारी की है वह इन पोर्ट्स से लगी हुई है।
हो सकता है कि NIA को छापेमारी में अडानी के बाकी पोर्ट्स में भी इसी तरह के और माल के आने जाने के सुबूत मिले हो एक बात अच्छी तरह से समझ लीजिए कि पकड़ी गई ड्रग्स की खेप (3000 किलों) पूरे देश में जितनी सालभर में पकड़ी जाती है उससे भी कई गुना ज्यादा है, स्मगलिंग करने वालो की यह मोडस ऑपरेंडी नही होती वे कभी भी एक साथ इतनी भारी मात्रा में वो भी सबसे कीमती ड्रग्स की खेप नहीं ले जाते। क्योंकि उन्हें पकड़े जाने का हमेशा डर बना रहता है। वे हमेशा छोटे छोटे हिस्सों में तस्करी करते हैं।
बहुत सम्भव है कि पोर्ट से जुड़े ऑफिशियल लोगो ने स्मगलर्स को यह आश्वासन दिया हो कि उनका माल आसानी से बाहर निकाल दिया जाएगा और इसी भरोसे पर ही ये इतनी बड़ी खेप आई होगी, और शायद इसी बात के सुबूत NIA को मिले हो, और इसी डर से अडानी ने तुरंत घोषणा की है हम पाकिस्तान, अफगानिस्तान और ईरान से आया सामान हमारे पोर्ट पर नही लेंगे।
(लेखक स्वतंत्र टिप्पणीकार हैं)