नई दिल्ली/गाज़ियाबादः पीस पार्टी ने यूपी सरकार द्वारा गठित एसएसएफ की तुलना अंग्रेज़ी शासन के रॉलेक्ट एक्ट से की है। ग़ाज़ियाबाद में पत्रकारो वार्ता करते हुए पीस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शादाब चौहान ने कहा कि योगी सरकार द्वारा एसएसएफ का गठन करना अंग्रेज़ों की ग़ुलामी के दौरान बनाए गए रॉलेक्ट एक्ट की याद दिलाता है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर राजनीतिक द्वेष में मुक़दमा दर्ज किया गया, और फिर उन पर रासुका लगा दी गई। शादाब ने कहा कि बीते एक वर्ष में उत्तर प्रदेश में 139 लोगों पर रासुका लगाया गया है। पीस पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि सरकार अपने विरोध की आवाज़ों पर रासुका लगा रही है।
शादाब चौहान ने कहा कि जिस प्रकार राशन की दुकान पर गल्ला वितरण होता है उस तरह योगी सरकार में रासुका लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दुर्भावना में की गई कार्रावाई अलोकतांत्रिक हैं। शादाब चौहान ने कहा कि स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स का गठन न सिर्फ इस सरकार में बल्कि आने वाली जो भी सरकारें होंगी वे इसका दुरुपयोग करेंगी। शादाब ने कहा कि एसएसएफ उसी तरह काम करेगा जिस तरह रॉलेक्ट एक्ट किया करता था।पीस पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि एसएसएफ के तहत किसी को भी बिना किसी वारंट, बिना मजिस्ट्रेट की परीमशन के गिरफ्तार करके जेल में डालने का प्रावधान है। ऐसा ही रॉलेक्ट एक्ट में प्रावधान था।
उन्होंने कहा कि पीस पार्टी गांधीवादी रास्ते पर चलकर इसका विरोध करेगी, उन्होंने कहा कि रॉलेक्ट एक्ट का गांधी जी ने विरोध किया था, हम भी गांधीवादी रास्ते पर चलकर एसएसएफ का विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि इस सरकार में कोरोना काल में भी घोटाल हो चुका है, जो किट सात सो रुपये की थी उसे 1400 रुपये में खरीदा गया है। इस तरह सरकार ने कोरोना काल में भ्रष्टाचार करके आपदा को अवसर में बदल दिया।
मुग़लों से इतनी नफरत क्यों
पीस पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि यूपी सरकार ने आगरा स्थित मुग़ल संग्राहलय का नाम बदलकर शिवाजी संग्राहलय कर दिया। मैं कहता हूं कि कोरोना का भी नाम बदल दीजिये, सूबे में जो अपराध हो रहे हैं, इनका भी नाम बदल दीजिए। उन्होंने कहा कि इस सरकार में ब्राहम्ण समाज, गूर्जर समाज, दलित समाज और किसानों को उत्पीड़न हो रहा है। ब्राहम्णों की हत्याएं हो रहीं हैं, गुर्जर और जाट समुदाय के लोगों का एनकाउंटर किया जा रहा है।
शादाब चौहान ने बताया कि पीस पार्टी अभी से 2022 की तैयारियों में लगी हुई है। 2022 के विधानसभा चुनाव में पीस पार्टी अकेले अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने बताया कि ऑल इंडिया मजलिसल ए इत्तेहादुल मुसलेमीन के मंडल अध्यक्ष नदीम जावेद ने ओवैसी की पार्टी से इस्तीफा देकर पीस पार्टी की सदस्यता ली है। इस प्रेस कांफ्रेंस में खुर्शीद आलम, भूरे निडोरी, डॉक्टर ज़ाहिद, मुर्तज़ा पाशा, मौलाना आफताब, असलम क़ासमी, नदीम, मोहम्मद नाज़िम आदि मौजूद रहे।