नई दिल्लीः कोरोना महामारी ने भारत में सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। कोरोना के ख़तरे के मद्देनज़र सरकार द्वारा लॉकडाउन किया गया, लेकिन इस लॉकडाउन के कारण ग़रीब मजदूर के सामने रोटी का संकट आ खड़ा हुआ है। दूसरे वह दूर दराज शहरों में रहकर मजदूरी करके पेट पालता था, लेकिन लॉकडाउन के कारण काम बंद होने की वजह से वह अब अपने घरों को लौट रहा है।
देश का लगभग हर एक हाईवे इन मजदूरों के पैदल चलने का गवाह बन रहा है। ऊपर से सरकारी सितम यह है कि इन मजदूरों को पुलिस द्वारा पीटा जा भी रहा है। दिल्ली, मुंबई, अंबाला, हर जगह से ऐसी ख़बरें आईं हैं जो मजदूरों की दुखभरी दास्तां बयां कर रही हैं। ये मजदूर सड़क पर पैदल ही सफर कर रहे हैं, सबकी बस एक ही तमन्ना है कि किसी तरह अपने पैतृक गांव पहुंच जाएं.
ग़रीबी के कारण इन लोगों के पास पैसे भी नहीं हैं जिससे ये लोग खाना खा सकें, कपड़ा ले सकें, जूता पहन सकें. ऐसी भी ख़बरें हैं कि सड़क पर पैदल नंगे पांव चलने की वजह से मजदूरों के पैरों में छाले पड़ गए हैं। दिल्ली में इन मजदूरों की विपदा को अपने कैमरे में क़ैद करने पहुंचे पत्रकार सलमान रवि ने नंगे पैर मजदूर देखे तो उनकी मानवीय संवेदनाओं ने उन्हें झकझोर कर रख दिया। सलमान ने अपने जूते निकाले और एक मजदूर को दिये, ताकि वह सड़क पर नंगे पैर सफर न करे.
मई की गरमी में सड़क का तारकोल भी पिघल जाता है, लेकिन ऐसे में भी मजदूर भारी संख्या में पैदल सफर कर रहे हैं. ये मजदूर पूर्वी यूपी, बिहार, झारखंड जैसे राज्यों से बड़े शहरों में मजदूरी करने आए थे, लेकिन लॉकडाउन ने इन्हें कहीं का नहीं छोड़ा. अब इनकी एक ही तमन्ना है किसी तरह अपने गांव अपनों के बीच पहुंच जाएं.