नई दिल्ली: देश के मुसलमानों के बड़े संगठन जमीअत उलमा ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना कारी सैयद उस्मान मंसूरपुर निधन के बाद आज गुरुवार को दिल्ली में स्थित जमीअत उलमा हिंद के मुख्यालय में हुई आमला की बैठक में पूर्व सांसद और जमीयत उलमा-ए-हिंद के महासचिव मौलाना सैयद महमूद मदनी को सर्वसम्मति से जमीयत उलमा-ए-हिंद को अगली बैठक तक कार्यवाहक राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया गया है। बता दें कि मौलान महमूद मदनी जमीयत उलमा-ए-हिंद के जनरल सेक्रेट्री थे, और मौलाना क़ारी सैयद उस्मान मंसूरपुरी जमीयत उलमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे।
मौलाना क़ारी सैयद उस्मान मंसूपुरी लंबे समय से जमीयत उलमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। 21 मई 2021 को बीमारी के चलते मौलाना कारी सैयद कारी उस्मान मंसूरपुरी का गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया था। उनके इंतकाल के बाद जमीयत उलमा हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष की कुर्सी खाली हो गई थी।
हज़रत मौलाना महमूद मदनी साहब जमीअत उलमा-ए-हिंद के सदर मुनतखब।
इजलास मजलिस अमला, जमियत उलमा ए हिंद— Jamiat Ulama-i-Hind (@JamiatUlama_in) May 27, 2021
गुरुवार को दिल्ली स्थित जमीयत उलमा हिंद मुख्यालय में मजलिस आमला की बैठक में सर्वसम्मति से मौलाना महमूद मदनी को कार्यवाहक राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया गया है। इस बैठक में कई सदस्य ऑनलाइन शामिल रहे। वहीं जमीयत उलमा-ए-हिंद के सचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी को महासचिव चुना गया है।