लखनऊः केन्द्र सरकार द्वारा बीते वर्ष बनाए गए विवादित नागरिकता संशोधन अधिनियम की पहली बरसी पर पीस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया। इस दौरन पीस पार्टी के कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया गया। पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर अयूब ने कहा कि CAA कानून धार्मिक भेदभाव पैदा करने वाला कानून है और इस कानून का लक्ष्य देश के सबसे बड़ी अल्पसंख्यक आबादी मुसलमानों को दोयम दर्जे का नागरिक बनाने का है।
उन्होंने कहा कि इस क़ानून न सिर्फ मुसलमानों बल्कि पिछड़े एंव दलित वर्ग के लोगों से आरक्षण छीनने का भी लक्ष्य है। डॉ. अय्यूब ने कहा कि लेकिन पीस पार्टी हमेशा इस काले कानून के खिलाफ संवैधानिक संघर्ष करती रहेगी इस कड़ी में आज हमारे कई जिलों के नेताओं को पुलिस द्वारा गिरफ्तार भी किया जाए गया है जो लोकतंत्र का गला दबाने का षड्यंत्र है पीस पार्टी की निंदा करती है, और पूरी तरह से अपने कार्यकर्ताओं के साथ खड़ी है।
गिरफ्तार हुए कार्यकर्ता
सीएए के विरोध के दौरान पीस पार्टी के अलीगढ़ के जिलाध्यक्ष मैनुद्दीन को हिरासत में लिया गया, इसके अलावा पीस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सैय्यद राशिद मदनी को भी गिरफ्तार किया गया। बता दें कि बीते वर्ष दिसंबर में केन्द्र सरकार द्वारा नागरिकता संशोधन अधिनियम बनाया गया था, यह क़ानून दोनों सदनों में काफी हंगामे के बाद पारित हुआ था, हालांकि उस वक्त राज्यसभा में भाजपा के पास पर्याप्त बहुमत नहीं था लेकिन इसके बावजूद यह बिल राज्यसभा से पारित होकर एक्ट बन गया था।
इस क़ानून के विरोध में जामिया मिल्लिया इस्लामिया से आंदोलन शुरु हुआ जो देखते देखते पूरे देश में फैल गया. देश भर में इस क़ानून के खिलाफ प्रदर्शन हुए, दिल्ली के ओखला क्षेत्र के शाहीनबाग़ में लंबे समय तक सड़क पर प्रदर्शन जारी रहा। इस क़ानून के अनुसार अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बंग्लादेश से आए धार्मिक अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने का प्रावधान है बशर्ते वे मुसलमान न हों।
क्या कहते हैं कार्यकर्ता
पीस पार्टी के बृज प्रान्त के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर जहांगीर अलवी ने कहा भाजपा सरकार संविधान विरोधी है। संविधान के अनुच्छेद 14,15 में साफ लिखा है कि धर्म के आधार पर किसी भी नागरिक के साथ भेदभाव नहीं किया जाएगा। भाजपा सरकार अनुच्छेद 14,15 का उलंघन कर रही है और CAA में बाहर हुए हिन्दू, बौद्ध, ईसाई, सिख को शरणार्थी मान कर NRC के तहत भारत की नागरिकता दी जाएगी जबकि मुसलानों को घुसपैठिया माना जायेगा और उन्हें डिटेंशन सेंटर में डाल दिया जाएगा। पीस पार्टी यह बर्दास्त नहीं करेगी।
पीस पार्टी जिला अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार यह न समझें कि कोरोना काल में हम तुम्हारे अत्याचार भूल गए है ऐसा नहीं है अगर हमारी शर्ते नहीं मानी गयीं तो पीस पार्टी के साथ साथ अमन पसंद लोग फिर से सड़कों पर उतरेंगे और धरना प्रदर्शन करेंगे।इस दौरान हाजी अकबर अली, शमशेर खान, शाहिद मुल्लाजी, आरिफ मेव, मुबीन शाह, अबरार हुसैन, शाहिद अली, गुड्डू भाई, सलीम खान, इरफान क़ुरैशी, अनिल गुप्ता, असलम अब्बास, अजीज भाई, बिलियम मैसी, साहिल खान, चाँद, शाहिद, उस्मान, ताज मुहम्मद, इमरान, राजू, अरशद, नन्ने खान, निसार खान, शाहिद खान, गुड्डू खान आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।