नई दिल्लीः दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बीती रात जवाहर लाल नेहरु विश्विद्यालय के पूर्व छात्र नेता एंव एक्टिविस्ट उमर ख़ालिद को गिरफ्तार कर लिया। दिल्ली पुलिस का आरोप है कि उमर ख़ालिद ने दिल्ली दंगों की साजिश रची थी। इसी आरोप में उन्हें गिरफ्तार किया गया है। उनकी गिरफ्तारी पर समाजिक कार्यकर्ताओं के अलावा राजनीतिक लोगों ने भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। आज़ाद समाज पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद ने कहा है कि इन गिरफ्तारियों से हम डरने वाले नहीं हैं।
चंद्रशेखर ने कहा कि दिल्ली दंगों के मामले मे बीती रात उमर ख़ालिद को गिरफ्तार कर लिया गया। यह गिरफ्तारी पूरी तरह से असंवैधानिक है। अमित शाह के इशारों पर काम करने वाली दिल्ली पुलिस असहमती की तमाम आवाज़ों का गला दबाना चाहती है, लेकिन ध्यान रहे इन गिरफ्तारियों से हम डरने वाले नहीं हैं।
उन्होंने यूपी सरकार द्वारा बनाए गए एसएसएफ पर भी नाराजगी ज़ाहिर की है। उन्होंने कहा कि 1919 में अंग्रेजी शासन में रौलट एक्ट के तहत ‘बिना अपील, बिना दलील एवं बिना वकील’ किसी को भी गिरफ्तार कर लिया जाता था। 2020 में योगी सरकार SSF के जरिए ‘बिना वारंट गिरफ्तारी’ किसी को भी गिरफ्तार करेगी। यह संविधान एवं न्यायपालिका को खत्म करने की साजिश है। इसे तत्काल वापस लिया जाए।
चंद्रशेखर ने अपनी रिहाई की दूसरी बरसी पर कहा कि आज ही आज का दिन जीवन मे हमेशा याद रहेगा। आज के दिन 14 सितम्बर 2018 को 16 महीने जेल में गुजारने के बाद अपने भीम आर्मी के साथियों से मुलाकात हुई थी। अन्याय के खिलाफ संघर्ष आज भी जारी है और बाबा साहेब व मान्यवर कांशीराम साहब के सपनो को पूरा करने के लिये जीवन के अंतिम समय तक जारी रहेगा।