लखनऊः प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एंव पूर्व कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ अध्यक्ष रहे फैज़ुल हसन को प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) अल्पसंख्यक मोर्चा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया है। यह जानकारी खुद फैज़ुल हसन ने दी है। बता दें कि फैज़ुल हसन ने 2019 में पूर्व सांसद मोहम्मद अदीब के साथ प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) की सदस्यता ली थी।
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पीएचडी स्कॉलर फैजुल हसन ने कहा कि मैं तहे दिल से शिवपाल यादव जी का शुक्रिया अदा करता हूँ और अल्पसंख्यक सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष वर्ल्ड सूफी फोरम के अध्यक्ष एवं अखिल भारतीय उलेमा व मशायख बोर्ड के संस्थापक और प्रसिद्ध दरगाह किछौछा शरीफ़ के सैय्यद मोहम्मद अशरफ किछौछवी साहब का भी तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूँ। उन्होंने कहा कि मैं इस ज़िम्मेदारी को ईमानदारी के साथ निभाने की पूरी कोशिश करूँगा!
फैज़ुल हसन ने कहा कि हमारी पार्टी 2022 में भाजपा सरकार को रोकने के लिए किसी भी पार्टी से गठबंधन करने को तैयार है। मैं दावे के साथ कह सकता हूँ उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में हमारी पार्टी को नज़रअंदाज़ करके कोई भी अकेले सरकार नहीं बना सकता है। इसलिए आइये मिलकर इस साम्प्रदायिक सरकार से लड़ते हैं। उन्होंने कहा कि हमें नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता।
जानकारी के लिये बता दें कि 2016-17 में सपा में चले आंतरिक झगड़े में शिवपाल यादव ने समाजवादी पार्टी छोड़ दी थी। शिवपाल सपा सरकार में सबसे ताक़तवर मंत्रियों में से एक थे, वे मुलायम सिंह यादव के भाई और अखिलेश यादव के चाचा हैं। लेकिन पारिवारिक झगड़े में उनका सपा से मोहभंग हो गया, जिसके बाद उन्होंने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) बनाई। उन्होंने 2019 में फिरोज़ाबाद से लोकसभा का चुनाव लड़ा, लेकिन वे जीत नहीं पाए, हालांकि उनकी वजह से सपा प्रत्याशी को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था।