समीर वानखेड़े: नौकरी के लिए हिन्दू, शादी के लिए मुस्लिम, एक के बाद एक खुलासे

संजय कुमार सिंह

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

समीर वानखेड़े – हिन्दू पिता, मुस्लिम मां से पैदा हुए। जन्म प्रमाणपत्र में पिता के नाम में दाउद है फिर भी। उनकी पहली शादी मुस्लिम महिला से हुई थी। पर वह निकाह था। निकाह कराने वाले काजी ने कहा है कि निकाह तभी होता है जब दोनों मुस्लिम हों। इसके बावजूद भारतीय राजस्व सेवा की नौकरी उन्हें आरक्षण के तहत मिली है। पहली पत्नी से तलाक हो चुका है। नौकरी में हिन्दू हैं।

वानखड़े के पीड़ितों में महाराष्ट्र के एक मंत्री नवाब मलिक भी हैं। उनके पास एनसीबी के अनाम अधिकारी का पत्र आया है जिसमें बताया गया है कि नशे के 26 फर्जी मामलों में वानखड़े ने लोगों को फंसाया है। आर्यन मामले में गवाह अधिकारियों ने बनाए। ये गवाह मौके पर मौजूद आम लोग नहीं हैं और अधिकारियों  व केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी से जुड़े लोग हैं। इनमें एक फरार हो गया और डबल इंजन वाले उत्तर प्रदेश में समर्पण की पेशकश की। अब गिरफ्तार करने वाला भाग जाए और महाराष्ट्र छोड़कर उत्तर प्रदेश में समर्पण की पेशकश करे – तो आप समझ समकते हैं कि मामला क्या हो सकता है।

गिरफ्तारी गलत है यह तो पहले ही दिन से कहा जा रहा है। कल अदालत में भी कहा गया जिसे आज हिन्दुस्तान टाइम्स ने प्रमुखता से छापा है। आर्यन मामले के दूसरे गवाह ने आरोप लगाया है कि मामला वसूली का है और इसमें से 8 करोड़ रुपए वानखड़े को मिलने थे। इसी गवाह ने कहा है कि उससे सादे कागज पर दस्तखत करवा लिए गए थे जो शायद पंचनामा बना। इसके बावजूद आपको लगता है कि दाल में कुछ काला है तो मानिए। मुझे पूरी दाल काली लग रही है।

मुद्दा यह है ही नहीं कि मामला वसूली का है कि नहीं। मुद्दा यह है कि वसूली किसके लिए हो रही थी, कौन करवा रहा था। नहीं समझ में आए तो दिल्ली में आम आदमी पार्टी के मंत्री को याद कीजिए जिसकी शिक्षा का प्रमाणपत्र फर्जी होने के लिए उसे कितना परेशान किया गया जबकि मंत्री होने के लिए शिक्षित होना जरूरी नहीं है। पर फर्जी प्रमाणपत्र से नौकरी पाना और फिर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर सरकारी कार्रवाई करना और बचे रहना – कैसे संभव है आप समझिए। कहने को कानून सबके लिए बराबर है लेकिन आधुनिक रामराज्य की बात अलग है।

इस बीच शाहरुख़ खान वसूली कांड का मास्टरमाइंड केपी गोसावी महाराष्ट्र पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। इसी व्यक्ति को आर्यन खान को घसीट कर एनसीबी दफ़्तर लाते हुए, सेल्फ़ी लेते हुए और एनसीबी दफ़्तर से फ़ोन पर आर्यन खान की शाहरुख़ खान से बात करवाने के वीडियो/स्टिल फ़ोटो वायरल हुए थे। गोसावी चार मामलों में 2018 से पुलिस की तलाश लिस्ट में भगोड़ा साबित हो रहा था। ये सभी आर्थिक धोखाधड़ी के मामले हैं। यही आदमी अपने बाडीगार्ड सहित आर्यन खान मामले में एनसीबी का गवाह है। इसके बाडीगार्ड रहे दूसरे गवाह ने कोर्ट में शपथ दाखिल कर वसूली कांड का भंडाफोड़ कर दिया है। तबसे एक दूसरे मामले के गवाह ने भी एनसीबी की कार्यप्रणाली पर ऐसा ही आधिकारिक बयान दिया है।

(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं, ये उनके निजी विचार हैं)