फर्जी एनकाउंटर में मारे गए कामरान के घर पहुंचे रिहाई मंच अध्यक्ष मुहम्मद शुऐब, अंतिम दम तक लड़ी जाएगी इंसाफ की लड़ाई

आज़मगढ़: मंच अध्यक्ष ने फर्जी इनकाउंटर में मारे गए कामरान के गांव का किया दौरा। परिजनों को हर संभव सहायता का आश्वासन देते हुए प्रदेश सरकार से इनकाउंटर की निष्पक्ष और पारदर्शी जांच की मांग की।

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रिहाई मंच अध्यक्ष मोहम्मद शुऐब ने अपने तीन दिवसीय आज़मगढ़ दौरे के पहले दिन कथित रूप से पुलिस इनकाउंटर में मारे गए कामरान के गांव मंगरावां का दौरा किया। इस दौरान परिजन ने उन्हें बताया कि पुलिस न्याय के रास्ते में बाधा उत्पन्न कर रही है। अभी तक परिजन को पोस्ट मॉर्टेम रिपोर्ट नहीं दी गई है।

मंच अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश में राजीनीतिक कारणों से पुलिस फर्जी इनकाउंटर और हिरासत में निर्दोषों की हत्या कर रही है। उन्होंने अल्ताफ की हिरासत में हत्या के मामले का उल्लेख करते हुए कहा कि जिस प्रकार से पुलिस दो फिट ऊंची पानी की टोटी से जर्सी की डोर को फंसा कर आत्महत्या की कहानी गढ़ी है वह तर्कहीन और हास्यास्पद है।

उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार चुनावों से पहले साम्प्रदायिक आधार पर ध्रुवीकरण का खेल खेलने के लिए सरकारी तंत्र का इस्तेमाल कर रही है।

रिहाई मंच अध्यक्ष मोहम्मद शुऐब, एहसानुलहक मलिक, पी सी कुरिल, शिवनारायण कुशवाहा, अजय तोरिया, नरेंद्र यादव, अर्पित गौतम निज़ामाबाद विधान सभा क्षेत्र से रिहाई मंच महासचिव राजीव यादव के पक्ष में जन सम्पर्क करने के लिए तीन दिवसीय दौर पर आज़मगढ़ आए हुए हैं।