लखनऊः पीस पार्टी ने उत्तर प्रदेश में संगठन विस्तार की मुहिम तेज कर दी है। पीस पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी मोहम्मद इरफान के नेतृत्व में पार्टी ने एक दिन पहले नोएडा के दादरी में गुर्जर समाज के नेताओं को पार्टी की सदस्यता दिलाई थी। अब पार्टी ने फिरोज़बाद में जिले की कार्यकारणी गठित की है। पार्टी ने जनपद में 9 लोगों को पदाधिकारी बनाया है। पीस पार्टी के प्रभारी मोहम्मद इरफान ने बताया कि उनकी पार्टी 2012 की तर्ज़ पर एक बार फिर से संगठन निर्माण कर रही है, ताकि 2022 में अपने दम पर विधानसभा का चुनाव लड़ा जा सके।
मोहम्मद इरफान ने बताया कि फिरोज़ाबाद में पीस पार्टी ने महिला मोर्चा का जिला अध्यक्ष कुमारी शबीना ख़ान को बनाया है, इसके अलावा मोहम्मद यूसुफ को जिला सचिव बनाया है। वहीं आबिद अली एडवोकेट को फिरोज़ाबाद विधानसभा अध्यक्ष, रिहान क़दीर को जिला सचिव, मोहम्मद मुबीन को फिरोज़ाबाद का मीडिया प्रभारी, परवेज़ अंसारी को टुंण्डला विधानसभा अध्यक्ष, निसार अहमद को जिला सचिव, आशु यादव को शिकोहाबाद विधानसभा अध्यक्ष, शमशाद कुरैशी को नगर अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। संगठन विस्तार का यह कार्यक्रम मुख्य रूप से पीस पार्टी के फिरोज़ाबाद जिला कॉर्डीनेटर एडवोकेट वसीम, व जिला अध्यक्ष इमरान मंसूरी के द्वारा आयोजित किया गया। इस अवसर पर उत्तर पश्चिम प्रदेश के अध्यक्ष जहांगीर अल्वी भी उपस्थित रहे।
यादव समाज में सेंधमारी
पीस पार्टी ने फिरोज़ाबाद में आशू यादव को पार्टी का पदाधिकारी बनाकर यादव समाज में सेंध लगाने की कोशिश की है। बता दें कि लोकसभा चुनाव 2019 में फिरोज़ाबाद में सपा के कद्दावर नेता राम गोपाल यादव लोकसभा चुनाव नहीं जीत पाए थे, जबकि 2014 के चुनाव में उनके पुत्र अक्षय यादव ने इसी फिरोज़ाबाद लोकसभा सीट पर जीत दर्ज की थी। फिरोज़ाबाद में यादव और मुस्लिम समाज काफी संख्या में है, अब पीस पार्टी ने यादव समाज को साधने की कोशिशें शुरु कर दीं हैं। वहीं पीस पार्टी द्वारा शबीना ख़ान को जिलाध्यक्ष नियुक्त करके महिला वर्ग को साधने की कोशिश की गई है।
पार्टी अध्यक्ष जेल में फिर भी पस्त नहीं हैं हौसले
जानकारी के लिये बता दें कि पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अय्यूब रासुका के तहत लखनऊ की एक जेल में बंद हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने कथित तौर पर एक संविधान विरोधी विज्ञापन उर्दू अख़बार में प्रकाशित कराया था। पार्टी अध्यक्ष के जेल में होने के बावजूद पीस पार्टी कार्यकर्ताओं के हौसले पस्त नहीं हुए हैं। पीस पार्टी के कार्यकर्ता उसी गति से कार्य कर रहे हैं, जैसे वो अपने पार्टी अध्यक्ष की मौजूदगी में किया करते थे। पीस पार्टी के प्रभारी एंव डॉ. अय्यूब के पुत्र मोहम्मद इरफान ने बताया कि यूपी सरकार ने असंवैधानिक तरीक़े से उनके पार्टी अध्यक्ष को जेल में रखा हुआ है।
पीस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शादाब चौहान ने कहा कि यूपी सरकार विपक्ष की आवाज़ों को कुचलने के लिये मनमाने तरीक़े से क़ानून का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने बताया कि एनएसएस को यूपी सरकार द्वारा ऐसा कर दिया गया है, मानो राशन की दुकान पर गल्ला बंट रहा हो। उन्होंने कहा कि एक साल के अंदर यूपी सरकार ने 139 लोगों पर रासुका लगाया है।
शादाब ने कहा कि रासुका का मतलब है राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून, यह उन लोगों पर लगाया जाता है जो राष्ट्र के लिये खतरा हों, उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के अध्यक्ष डॉ. अय्यूब जाने माने सर्जन हैं, उनके नाम ऑपरेशन करने का वर्ल्ड रिकॉर्ड है। उससे पहले वे सिविल सर्विस में थे। क्या ऐसा शख्स देश के लिये ख़तरा हो सकता है? लेकिन इसके बावजूद यूपी सरकार ने उनके नेता पर रासुका लगा दिया, यह पूरी तरह से असंवैधानिक और विपक्ष की मुखर होती आवाज़ को दबाने की कोशिश है। उन्होंने कहा कि जनता 2022 में इस सरकार को करारा जवाब देगी। शादाब ने कहा कि 2022 में बनने वाली कोई भी सरकार उनकी पार्टी के समर्थन के बिना नहीं बन पाएगी।