नई दिल्लीः ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने सख्त तेवर दिखाते हुए ट्वीट किया है कि मजलिस चुनाव लड़ेगी। देश के हर कोने में लड़ेगी। बार बार लड़ेगी। दरअस्ल हाल ही में ओवैसी ने एलान किया था कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश की 100 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, ओवैसी के इस फैसले पर दूसरे राजनीतिक दलों ने सवाल उठाए थे। अब ओवैसी ने अपने आलोचकों पर सख्त रुख अपनाते हुए एलान कर दिया है कि उनकी पार्टी देश के हर कौने में चुनाव लड़ेगी।
ओवैसी ने ट्वीट किया है कि भारत के मुस्तक़बिल को लेकर मजलिस के पास भी एक विज़न है।हमारी ज़िम्मेदारी है कि हम अपने पैग़ाम को जनता तक पहुँचाएं, और ये सिर्फ अवाम का हक़ है कि वो हमें अपनाए या न अपनाएं। पहले भी कहा था, अब भी कह रहे हैं, मजलिस चुनाव लड़ेगी। देश के हर कौने में लड़ेगी। बार बार लड़ेगी इंशा’अल्लाह।
सपा विधायक और AIMIM सांसद में भी तकरार
जानकारी के लिये बता दें कि ओवैसी द्वारा उत्तर प्रदेश की 100 विधानसभा सीटो पर लिये गए चुनाव लड़ने के फैसले पर सपा विधायक अबू आसिम आज़मी ने अफसोस जताया था। सपा विधायक ने कहा था कि सिर्फ यू.पी. ही नही बल्कि देश के मुसलमानों और सेकुलर आवाम की सलाह को नजर अंदाज करते हुए एम.आई.एम का यू.पी. चुनाव में 100 सीटें लड़ाने का फैसला अफसोसनाक है। 25% सीटों पर चुनाव लड़कर भाजपा को यू.पी. में सरकार बनाने से रोकना हरगिज मुमकिन नही– इस से सिर्फ सेकुलर वोटों का बटवारा होगा।
इस पर ओवैसी की पार्टी के सांसद इम्तियाज़ जलील ने सपा विधायक को जवाब देते हुए कहा था कि मै AIMIM की तरफ से अबू आसिम भाई को मजलिस ज्वाइन करने की दावत देता हूं। हम मिलकर यूपी में सभी जातिवादी पार्टियों का मुकाबला करेंगे जैसे BJP,Cong,SP वगैरा. SP से वफादारी का सबूत शायद आजम खान साहब एक अच्छी मिसाल हैं!चलिए सेक्युलरिजम का नकली नकाब उतारकर एक बार अपनो के लिए लड़ते हैं।
क्या था ओवैसी का एलान
बीते महीने की 28 जून को ओवैसी ने बसपा से गठबंधन की संभावनाओं को खारिज करते हुए कहा था कि हमने फैसला लिया है कि हम आने वाले उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनाव में 100 सीटों पर अपना उम्मीदवार खड़ा करेंगे, पार्टी ने उम्मीदवारों को चुनने का प्रक्रिया शुरू कर दी है और हमने उम्मीदवार आवेदन पत्र भी जारी कर दिया है। हम ओमप्रकाश राजभर साहब ‘भागीदारी संकल्प मोर्चा’ के साथ हैं। हमारी और किसी पार्टी से चुनाव या गठबंधन के सिलसिले में कोई बात नहीं हुई है।