नई दिल्ली: नागरिकता क़ानून के विरोध में आंदोलन करने वाले सोशल एक्टिविस्ट खालिद सैफी की ज़मानत पर आज भी सुनवाई नहीं हो सकी। उनकी पत्नी नरगिस सैफी के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक जज साहब छुट्टी पर हैं, इसलिए अब छ दिसंबर की तारीख मिली है। खालिद सैफी की जमानत पर सुनवाई न होने से परेशान उनकी पत्नी ने सोशल मीडिया पर अपना दर्द बयां किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर भावुक टिप्पणी करते हुए लिखा कि “कभी कभी लगता है ये जुल्म देख कर के अल्लाह सब खत्म कर दे।”
नरगिस ने सवाल करते हुए लिखा कि आप को कैसा लगेगा कि आप कोर्ट में अपने बेगुनाह बाप या शौहर या भाई की बेल की सुनवाई के लिए जाए और आप को पता चले के जज साहब नही है? फिर फौरन बाद आप को उस अपने से मिलना पड़े जो बेगुनाह होते हुए सजा काट रहा है, और वो आप से मिलते ही पूछे कि क्या हुआ जमानत की सुनवाई में?
उन्होंने लिखा कि सच बताऊं आज ऐसा ही हुआ इस खबर के बाद, आज एक दूसरे केस में खालिद को कोर्ट लाया गया था तो मैं उनसे मिली और जब उन्होंने मुझे से पूछा जमानत का क्या हुआ, तो मेरे पास कोई जवाब नही था और मेरी खामोशी देख वो समझ गए,उनका वो उदास चेहरा और एक अजीब सी मुस्कुराहट मुझ से देखी नही जा रही थी, और फिर उन्होंने मुझे गले लगाकर बोला कोई बात अल्लाह हमारे साथ है, सब्र करो इंशा अल्लाह जल्दी ही सब ठिक होगा।
खालिद की पत्नी ने लिखा कि घर आ कर बच्चो ने पूछा के अम्मी अब्बू की बेल की सुनवाई कैसी रही अब वो कब तक आएंगे? मेरे पास कोई जवाब नही होता। कई बार कोर्ट से वापिस घर लौटने में डर लगता है के बच्चो का और खालिद की अम्मी का सामना कैसे करूंगी?
उन्होंने कहा कि बहुत चीख कर रोने का दिल करता है पर में वो भी नही कर सकती क्योंकि मेरे साथ मेरे बच्चे भी है, अगर मेरे साथ मेरी हिम्मत मेरे बच्चे नही होते तो शायद में खालिद की जुदाई बर्दाश्त नहीं कर पाती और उन को इस तरह सलाखों के पीछे नहीं देख पाती।कुछ समझ नही आता, क्या करू? कभी कभी लगता है ये जुल्म देख कर के अल्लाह सब खत्म कर दे।
नस्लवादी कानून के खिलाफ आवाज़ उठाने के ‘जुर्म’ में UAPA के तहत जेल में @KSaifi की ज़मानत पर आज सुनवाई होनी थी, लेकिन जज साहब छुट्टी पर चले गए, अब अगली सुनवाई छ दिसंबर को होगी। जेल में बंद निर्दोष लोगों के लिए कोर्ट “प्रोसीडिंग” ही “पनिशमेंट” है, इसी के सहारे ‘आवाज़’ दबाते रहिए।
— Wasim Akram Tyagi (@WasimAkramTyagi) November 25, 2021
नरगिस ने कहा कि बर्दाश्त की भी एक हद होती है। मेरे और मेरे बच्चो की तकलीफ़ के जिम्मेदारों को मैं अल्लाह के सामने नहीं छोड़ूंगी। बच्चो के लिए बाप क्या होता है ये एक बाप ही समझ सकता है, पर मेरे बच्चो ने क्या किया है जो उन के अब्बू को उन से दूर कर दिया ? ऐसा क्या किया है हमने?