लखनऊः पश्चिमी यूपी के मुजफ्फरनगर जनपद में दो मुस्लिम युवकों पर धर्मांतरण का आरोप लगाने वाली सिख महिला बीते मंगलवार को अपने बयान से पलट गई। इससे पहले महिला द्वारा दो मुस्लिम भाइयों पर धर्मांतरण का आरोप लगाया था। जिसकी शिकायत के आधार पर आरोपी दोनों भाईयों के खिलाफ बलात्कार, धोखाधड़ी के साथ ही धर्मांतरण रोधी कानून के तहत मामला दर्ज किया गया था। अंग्रेज़ी अख़बार इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, महिला ने बीते मंगलवार को मजिस्ट्रेट के समक्ष दर्ज अपने बयान में इन आरोपों से इनकार कर दिया।
हिंदू संगठनों ने दर्ज कराई थी शिकायत
पुलिस के अनुसार, महिला का कहना है कि उसने हिंदू संगठनों के दबाव में यह शिकायत दर्ज कराई थी। इससे पहले महिला ने पुलिस को बताया था कि उसके पड़ोस में रहने वाले एक शख्स ने उसे धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करने के बाद उससे शादी की थी। महिला ने युवक पर यह भी आरोप लगाया कि निकाह के लिए मुस्लिम महिला के तौर पर पेश करने के लिए युवक ने फर्जी दस्तावेज़ भी तैयार किए थे। महिला ने कथित तौर पर जिस शख्स से निकाह किया, वह फिलहाल जेल में है जबकि उसका भाई फरार है।
पुलिस थानाध्यक्ष ने बताया, ‘मजिस्ट्रेट के समक्ष महिला ने अपने बयान में दोनों भाइयों के ख़िलाफ लगाए गए आरोपों से इनकार कर दिया है। इतना ही नहीं महिला ने आरोपी से शादी करने से बात से भी इनकार किया और कहा कि कुछ हिंदू संगठनों के दबाव के बाद उसने मुकदमा दर्ज कराया था।’ हालांकि महिला ने किसी हिंदू संगठन के नाम का खुलासा नहीं किया। थानाध्यक्ष का कहना है कि शिकायतकर्ता महिला ने आरोपी द्वारा उससे पैसे लेने या उसका उत्पीड़न करने के आरोपों से भी इनकार किया।
आरोपी की रिहाई पर विचार कर रही है पुलिस
इस रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि पुलिस अदालत का रुख करने और जेल से आरोपी को रिहा करने का आग्रह करने पर विचार कर रही है। पुलिस का कहना है कि महिला ने रविवार को पुलिस स्टेशन पहुंचकर आरोप लगाया था कि एक शख्स ने शादी का वादा कर उसका यौन उत्पीड़न किया और वह शख्स उसके पांच लाख रुपये भी नहीं लौटा रहा है।
जानकारी के लिये बता दें कि शिकायतकर्ता महिला का पिता और आरोपी किराने की दुकान चलाते हैं। महिला ने दावा किया था कि उसने मुख्य आरोपी से मई में शादी की थी। इसी महीने शिकायतकर्ता महिला को कथित तौर पर पता चला था कि उसके पति ने एक मुस्लिम महिला से निकाह किया था जब उसने इसका विरोध किया तो उसके पति और उसके भाई ने कथित तौर पर उसकी पिटाई की और धमकाया। पुलिस से शिकायत के बाद महिला के पति को गिरफ्तार कर लिया गया और स्थानीय अदालत के समक्ष पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
सहायक पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय का इस पूरे प्रकरण पर कहना है कि महिला ने अपनी शिकायत के साथ निकाहनामा सहित कुछ दस्तावेज जमा किए थे। उन्होंने कहा, ‘हम शिकायत पत्र के साथ महिला द्वारा पेश किए गए निकाहनामा का सत्यापन करेंगे। इन दस्तावेजों की जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।’