नयी दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभेद्य सुरक्षा के बीच रविवार को ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर पर लगातार आठवीं बार राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराएंगे तथा देशवासियों को संबोधित करेंगे। इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। समारोह से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि पहली बार स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले के ठीक सामने कंटेनर की ऊंची दीवार बनाई गई हैं, जिस पर ‘राष्ट्र प्रथम, सदैव प्रथम’ का संदेश दिया गया है। दीवार पर देश की आजादी के लिए जान देने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल, शहीद भगत सिंह और नेताजी सुभाष चंद्र बोस जैसे महान स्वतंत्रता सेनानियों की बड़ी तस्वीरों के अलावा वैज्ञानिक, सांस्कृतिक एवं अन्य क्षेत्रों में देश की बड़ी उपलब्धियों को दर्शाया गया है।
लाल किले को कंटेनर से ढ़के जाने पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस के मीडिया संयोजक ललन कुमार ने भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला बोला है। ललन कुमार ने कहा कि “तानाशाह होने की पहली शर्त है डरपोक होना।” उन्होंने सोशल मीडिया पर टिप्पणी करते हुए लिखा कि “भारत के इतिहास में कभी ऐसा नहीं हुआ कि कोई भी प्रधानमंत्री लाल किले पर तिरंगा फहराने के पूर्व इतना डरा हुआ हो कि पूरा किला कंटेनर से ढँक दे। ये शेर नहीं डरपोक है!”
क्या कहती है दिल्ली पुलिस
दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता चिनमय बिस्वाल ने बताया कि 75 वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के मद्देनजर अभूतपूर्व सुरक्षा निगरानी की जा रही है। सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। राष्ट्र विरोधी तत्वों को किसी भी स्तर पर शरारत करने का मौका नहीं मिलेगा तथा दुस्साहस करने वालों को मुंहतोड़ जवाब की तैयारी है। जमीन से आकाश तक कड़ी निगरानी की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
उन्होंने बताया कि मुख्य समारोह स्थल लाल किले के आस-पास चप्पे-चप्पे पर पर्याप्त संख्या में दिल्ली पुलिस एवं केंद्रीय अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती के अलावा अत्याधुनिक कैमरों से दूर तक निगरानी की जा रही है। रविवार तड़के चार बजे से समारोह के समापन के आसपास पूर्वाह्न 10 तक तक आसपास की सभी सड़कों पर आम वाहनों की आवाजाही पर पाबंदी लगा दी गई है। आमंत्रित व्यक्ति निर्धारित पास के साथ तय समय सीमा में समारोह स्थल तक जा सकेंगे।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि लाल किले के आसपास रविवार पूर्वाह्न 10 तक विमान, ड्रोन, हॉट एयर बलून, पतंगें तथा उड़ान भरने वाली प्रत्येक चीजों पर एहतियातन प्रतिबंध लगा दिया गया है। इनका उल्लंघन होने की स्थिति में तत्काल सख्त कार्रवाई करने की तैयारी की गई है।
चिन्मय बिस्वाल ने बताया कि पड़ोसी राज्यों की सीमाओं को मुख्य समारोह के समापन के समय तक सील कर दिया गया तथा उन राज्यों की पुलिस के साथ संयुक्त तौर पर लगतार सुरक्षा जांच की जा रही है। राजधानी में प्रवेश करने वाले हर वाहनों की मुकम्मल जांच एवं लोगों की समुचित तलाशी की व्यवस्था है। हर जगह सुरक्षा बल मुस्तैद हैं। किसान आंदोलन स्थल गाजीपुर, सिंघु, खेड़ा समेत तमाम उन स्थानों पर सघन जांच की व्यवस्था की गई है, जहां से देश की राजधानी में किसी भी माध्यम से आवाजाही हो सकती है। लोगों को वैध पहचान पत्रों एवं वाहनों के कागजातों की जांच और संतोषजनक कारण बताने के बाद ही उन्हें शहर में प्रवेश की इजाजत दी जाएगी।
वैसे तो पुलिस हमेश सतर्क रहती है लेकिन सुरक्षा संबंधी विशेष सतर्कता 16 अगस्त को भी बरती जाएगी। उन्होंने बताया कि खुफिया जानकारियों के आधार पर शहर की सभी प्रमुख ऐतिहासिक इमारतों, मेट्रो एवं रेलवे स्टेशनों पर विशेष प्रशिक्षित सुरक्षा कर्मी तैनात किये गये हैं। वे अत्याधुनिक हथियारों एवं उपकरणों के सहारे सुरक्षा कर रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि हवाई अड्डों पर रविवार सुबह छह से 10 बजे और अपराह्न चार से सात बजे तक नॉन शेड्यूल विमानों के उतरने पर पाबंदी रहेगी। सेना एवं राज्य सरकारों के विमान इस उड़ान प्रतिबंध से अलग रहेंगे और उन पर कोई असर नहीं होगा।
लाल किले के आसपास की सड़कों पर तड़के चार बजे से पूर्वाह्न 10 बस एवं अन्य आम वाहनों की आवाजाही बंद रहेंगी लेकिन मेट्रों सेवाएं सामान्य रहेंगी। मेट्रो रेल पार्किग हालांकि स्थल बंद रहेंगे। यहां पर पहले से खड़े किये गये वाहनों की समुचित जांच की जाएगी। नयी दिल्ली एवं पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशनों पर पहुंचने के लिए मेट्रो रेल एवं कुछ वैकल्पिक मार्गों से पहुंचा जा सकता है। दिल्ली यातायात पुलिस की ओर से लोगों को सलाह दी गई है कि बिना आवश्यक कार्य पूर्वाह्न 10 बजे तक आवाजाही न करें, क्योंकि वैकल्पिक मार्गों पर भी वाहनों का दबाव हो सकता है।