लखनऊः यूपी के कानपुर शहर में एक 45 वर्षीय मुस्लिम शख्स को बुधवार को सड़क पर घुमाया गया, बजरंगदल के कार्यकर्ताओं द्वारा युवक के साथ मारपीट की गई और “जय श्री राम” के नारे लगवाए गए। बजरंगदल के कार्यकर्ता उस युवक को पीटते हुए घुमाते रहे, और जय श्री राम के नारे लगाते रहे। इसके बाद उन्होंने पीड़ित युवक को पुलिस के हवाले कर दिया गया।
स्थानीय लोगों ने इस घटना का दर्दनाक वीडियो बनाया, जिसमें पीड़ित शख्स की छोटी बेटी को उससे लिपटते हुए और हमलावरों से उसे बचाने की भीख मांगते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में यह भी देखा जा सकता है कि पीड़ित युवक को पुलिस की हिरासत में भी को मारा जा रहा है।
कानपुर में धर्म परिवर्तन का आरोप लगा कर तथाकथित धर्मरक्षको ने मुस्लिम शख्स को पीटने का मामला सामने आया है। वीडियो मे आप देख सकते हैं कि कैसे एक युवक के साथ दरिंदगी की जा रही है, इन दरिंदों ने पीड़ित के साथ चल रहे मासूम बच्चे का भी लिहाज नही किया। @Uppolicepic.twitter.com/lDV9WOYCjW
— Wasim Akram Tyagi (@WasimAkramTyagi) August 12, 2021
पीड़ित शख्स बर्रा इलाके के एक मुस्लिम परिवार का रिश्तेदार है उसके रिश्तेदारों का अपने हिंदू पड़ोसियों के साथ कानूनी विवाद चल रहा है। कानपुर पुलिस के बयान में कहा गया है कि जुलाई में दोनों परिवारों ने एक दूसरे के खिलाफ स्थानीय थाने में मामला भी दर्ज कराया था। लेकिन इस प्रकरण में बजरंगदल के लोग कूद पड़े और आरोपियों पर धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाते हुए हमला कर दिया। हैरानी की बात यह है कि जिस शख्स के मार-पीट की गई, वह इस पूरे प्रकरण में आरोपी ही नहीं है।
डीसीपी ने की पीड़ित परिवार से मुलाक़ात
बुद्धवार को घटित इस घटना का वीडिसो गुरुवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। जिसके बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने इस घटना के आरोपियों के ख़िलाफ अपना गुस्सा ज़ाहिर किया। गुरुवार को ही डीसीपी साउथ रवीना त्यागी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंची, वे उस बच्ची से भी मिलीं जो अपने पिता को बजरंगदल के उग्र लोगों से बचाने के लिये गिड़गिड़ा रही थी।
कानपुर पुलिस की ये पहल अच्छी है लेकिन
क्या सभी लफंगों को गिरफ्तार किया गया ?
बजरंग दल के सभी रंगबाजों के खिलाफ FIR हुई ?
वीडियो में दिख रहे सारे चेहरे जब तक सलाखों के पीछे नहीं जाते तब तक इस कवायद का मतलब पूरा नहीं होता . https://t.co/bPPpAsXzqP— Ajit Anjum (@ajitanjum) August 12, 2021
वरिष्ठ पत्रकार अजित अंजुम ने रवीना त्यागी की इस पहल की सराहना करते हुए ट्वीट किया है कि कानपुर पुलिस की ये पहल अच्छी है लेकिन क्या सभी लफंगों को गिरफ्तार किया गया? बजरंग दल के सभी रंगबाजों के खिलाफ FIR हुई? वीडियो में दिख रहे सारे चेहरे जब तक सलाखों के पीछे नहीं जाते तब तक इस कवायद का मतलब पूरा नहीं होता।
DCP साहिबा की ये कोशिश जरूर सराहनीय है, पर सबसे बड़ा मरहम सख्त क़ानूनी कार्यवाही होगी, दोषियों को गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध NSA जैसी कार्यवाही होनी चाहिए तभी इंसाफ होगा। https://t.co/ePAEJ7M9wD
— Rashtriya Ulama Council (RUC) (@RUConline) August 12, 2021
वहीं पत्रकार वसीम अकरम त्यागी ने इस तस्वीर को ट्वीट करते हुए लिखा कि “कानपुर की DCP (South) रवीना त्यागी उस बच्ची और परिवार से मिलने पहुंचीं, जिस बच्ची के सामने उसके पिता को बजरंगदल के हिंसाजीवियो ने धार्मिक नारे लगाते हुए पीटा था। रवीना त्यागी की कोशिश जख्म पर मरहम जरूर है, लेकिन याद रहे दोषियों को कड़ी सजा दिलाए बिना इस मरहम के कोई मायने नही हैं।”
कानपुर की DCP (South) रवीना त्यागी उस बच्ची और परिवार से मिलने पहुंचीं, जिस बच्ची के सामने उसके पिता को बजरंगदल के हिंसाजीवियो ने धार्मिक नारे लगाते हुए पीटा था। रवीना त्यागी की कोशिश जख्म पर मरहम जरूर है, लेकिन याद रहे दोषियों को कड़ी सजा दिलाए बिना इस मरहम के कोई मायने नही हैं। pic.twitter.com/mawuAdYIvy
— Wasim Akram Tyagi (@WasimAkramTyagi) August 12, 2021
मानवता को शर्मशार करने वाली इस घटना के दोषियों को राष्ट्रीय उलमा कौंसिल ने सख्त सजा देने की मांग की है। उलमा कौंसिल ने कहा कि “DCP साहिबा की ये कोशिश जरूर सराहनीय है, पर सबसे बड़ा मरहम सख्त क़ानूनी कार्यवाही होगी, दोषियों को गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध NSA जैसी कार्यवाही होनी चाहिए तभी इंसाफ होगा।“