भोपाल: मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्य के 28 विधानसभा उपचुनावों को राज्य के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए आज कहा कि जनता उपचुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को करारा जवाब देगी। कमलनाथ ने यहां उपचुनावों के लिए कांग्रेस के वचनपत्र को जारी किया। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी भी मौजूद थे।
कमलनाथ ने मीडिया से कहा कि उपचुनाव महत्वपूर्ण हैं और सत्तारूढ़ दल भाजपा के नेता, लोगों का मुख्य मुद्दों से ध्यान मोड़ने की राजनीति कर रही है। इसके नेता चुनावों के समय अक्सर चीन और पाकिस्तान के मुद्दे उठाने लगते हैं। यह सब ध्यान मोड़ने की राजनीति है।
उन्होंने दावा करते हुए कहा कि कांग्रेस ने 2018 के विधानसभा उपचुनाव के समय जारी वचनपत्र में कुल 974 वचन दिए थे, जिनमें से ग्यारह माह के शासन के दौरान 574 वचन पूरे कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि उपचुनाव के लिए आज जारी हुए वचनपत्र में 52 वचन दिए गए हैं। इन्हें कांग्रेस सत्ता में आने पर पूरा करेगी।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि इनमें मुख्य रूप से कोरोना के कारण मृत लोगों के परिजनों को पेंशन देना, गोवर्धन सेवा योजना, किसानों के दो लाख रुपए तक के कर्जामाफ करना, बिना ब्याज के किसानों को कर्ज मुहैया कराना और अन्य वचन शामिल हैं। उन्होंने कहा कि जनता को इन पर विचार कर मतदान करना चाहिए, ताकि मध्यप्रदेश का भविष्य सुरक्षित रहे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री को ‘मिस्टर 15 परसेंट’ कहे जाने संबंधी बयान पर कमलनाथ ने कहा कि यदि मुझे ’15 परसेंट’ कहा तो वे (श्री शिवराज) ‘115 परसेंट’ होंगे। उन्होंने कहा कि अभी तो कांग्रेस का चुनाव अभियान चार पांच दिन पहले ही शुरू हुआ है। उनका दावा है कि राज्य में उपचुनाव के बाद भाजपा सत्ता में नहीं रहेगी। राज्य में 28 विधानसभा उपचुनावों के लिए मतदान 03 नवंबर को और मतगणना 10 नवंबर को होगी।