नई दिल्ली: जमीयत उलमा-ए-नई दिल्ली के मजलिसे मुन्तज़िमा की एक महत्वपूर्ण बैठक मौलाना कासीम नूरी की अध्यक्षता में दिल्ली स्थित मदरसा तालीम-उल-कुरान तकिया काले खान में आयोजित की गई। बैठक की शुरुआत मौलाना शफीक अहमद अल-कासिमी मालेगांवी की तिलावत से हुई। बैठक में खुद को अंदर से मजबूत करने और मौजूदा हालात में इसे दुनिया के लोगों के लिए उपयोगी बनाने के पहलुओं पर चर्चा हुई।
इस अवसर पर अपने संबोधन में बैठक के अध्यक्ष मौलाना कासिम नूरी ने कहा कि हमें व्यक्ति का निर्माण करना है, क्योंकि जब जब तक व्यक्ति का निर्माण नहीं होगा, राष्ट्र का निर्माण नहीं होगा। उन्होंने कहा कि जब इंसान अपने लिए कारगर नहीं हो सकता, तो वह दूसरों के लिए कारगर कैसे होगा। इसलिए जमीयत उलमा जिला दिल्ली यह निर्णय लेती है कि समाज में सुधार और प्रौढ़ शिक्षा के माध्यम से देश के युवाओं को सुधारने और उनके भीतर आत्म-पहचान बनाने का प्रयास किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि दिल्ली भारतीय राजनीति का केंद्र है, इसलिए हमारा दिल्ली देश भर में जमीयत उलमा की इकाइयों के लिए एक मॉडल होना चाहिए। इस मौके पर खादिम-उल-हज्जाज असद मियां नाजिम जमीयत उलमा नई दिल्ली ने कहा कि जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष हजरत मौलाना महमूद मदनी के हर निर्देश और जमीयत उलमा के संविधान में निहित मार्गदर्शक सिद्धांत को लागू किया जाएगा। इस अवसर पर जमीयत उलमा से प्यार करने वालों से अपील की जाती है कि वे आगे आएं और जमीयत उलमा के इस कारवां में हमारा हिस्सा बनें।
बैठक में जमीयत उलमा नई दिल्ली के लिए एक आधुनिक कार्यालय पर भी चर्चा हुई, जमीअत उलमा नई दिल्ली के उपाध्यक्ष रफीक अहमद द्वारा तीन सदस्यीय समिति का गठन करने का निर्णय लिया गया। अन्य दो सदस्य मौलाना कासिम और असद मियां होंगे। जमीयत उलमा नई दिल्ली के महासचिव असद मियां की सिफारिश पर तुर्कमान गेट मस्जिद के इमाम मौलाना गियासुद्दीन मजाहिरी और एल एन जेपी कॉलोनी मस्जिद के मौलाना सलमान को जिला सचिव नियुक्त किया गया है।
बैठक में अध्यक्ष और महासचिव के अलावा मौलाना अबू बकर साहिब, मौलाना अज़ीमुल्लाह कासमी, डॉ अबू मसूद, मौलाना शफीक अहमद अल-कासिमी मालेगन्वी, मौलाना अलीमुद्दीन अजमेरी, मौलाना यासीन जाहज़ी, हाफिज मुहम्मद अफजल, मौलाना इरफ़ान कासमी, मौलाना ग़यास मज़ाहरी, मौलाना सलमान, मोहम्मद जावेद, मोहम्मद मुबशीर, रफ़ीक अहमद , हाफिज तौहीद आलम, कारी हाफिज-उर-रहमान, मौलाना रफीक आलम मजाहेरी, हाफिज अब्दुल हलीम और अन्य उपस्थित थे।