उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 125 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है। इसमें करीब 40 प्रतिशत टिकट महिलाओं को दिए गए हैं। कांग्रेस ने इस बार के विधानसभा चुनाव के लिए लखनऊ मध्य से साल 2019 के अंत में हुए नागरिकता कानून विरोधी आंदोलन का चेहरा रहे सदफ जफ़र को उम्मीदवार बनाया है। सदफ ने पुलिसवाले के ऊपर पेट में लात मारने का आरोप लगाया था।
सदफ जफ़र को 19 दिसंबर 2019 को उत्तरप्रदेश पुलिस ने लखनऊ में चल रहे एंटी सीएए धरना स्थल से गिरफ्तार किया था। बाद में 7 जनवरी 2020 को सदफ जफ़र को जेल से रिहा किया गया था। जेल से बाहर आने के बाद सदफ ने मीडियाकर्मियों को बताया था कि जब हमलोग प्रदर्शनकर रहे थे तभी पत्थरबाजी होने लगी थी। इस दौरान मैंने फेसबुक लाइव स्टार्ट कर दिया और वहां जो कुछ भी हो रहा था उसको दिखाने लगी। लेकिन बाद में जब बवाल बढ़ने लगा तो पुलिस ने दंगाइयों को पकड़ने की बजाय मुझे और मेरे साथियों को पकड़ लिया।
सदफ के अनुसार पुरुष पुलिसकर्मियों ने उन्हें और उनके साथियों को जमकर पीटा और थाने ले आई। इतना ही नहीं थाने में भी उसके साथ मारपीट की गई। पुलिस ने उनके पेट और घुटनों तक भी लात मारी थी। सदफ के अनुसार उन्हें थाने में पाकिस्तानी तक कहा गया था। सदफ को 4 जनवरी को ही जमानत मिल गई थी लेकिन उन्हें 7 जनवरी को रिहा किया गया।
उत्तरप्रदेश की योगी सरकार ने एंटी सीएए प्रोटेस्ट के बाद प्रदर्शन में शामिल रहे लोगों की पहचान कर उनकी तस्वीर लखनऊ और दूसरे शहरों के चौराहे पर टांग दी थी। इनमें सदफ जफ़र की तस्वीर भी शामिल थी। बाद में इलाहबाद हाईकोर्ट ने उत्तरप्रदेश सरकार के इस कदम को गलत बताते हुए तुरंत पोस्टर को हटाने का आदेश दिया था।
सदफ जफ़र ऐक्ट्रेस भी रही हैं। उन्होंने लखनऊ सेंट्रल और द अनसूटेबल बॉय जैसी फिल्मों में भी काम किया है। सदफ सिंगर मदर हैं। उनकी करीब 17 साल की एक बेटी हैं और 11 साल का एक बेटा है। सदफ काफी पहले ही अपने पति से तलाक ले चुकी हैं। अपने पति के प्रताड़नाओं से तंग आकर उन्होंने अलग रहने का फैसला किया। अपने पति से अलग रहने के कुछ समय बाद तक उन्होंने जीवनयापन के लिए बच्चों को भी पढ़ाया। बाद में उन्होंने फिल्मों की तरफ रुख किया।
सभार जनसत्ता