सहारनपुर: केंद्र की नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर किसानों व मजदूरों के हितों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुये राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) अध्यक्ष जयंत चौधरी ने किसानों से एकजुट होकर 2022 के विधानसभा चुनाव में रालोद के गठबंधन वाली सरकार बनवाने का आह्वान किया।
जयंत चौधरी ने शनिवार दोपहर पूर्व केंद्रीय मंत्री रशीद मसूद के पैतृक कस्बा गंगोह में उन्हीं के भतीजे नौमान मसूद द्वारा आयोजित जन आशीर्वाद पथ रैली को संबोधित करते हुये कहा कि उत्तर प्रदेश में गठबंधन का सरकार आने पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बैंच की स्थापना की जाएगी। प्रधानमंत्री सम्मान किसान निधि योजना छह हजार से बढ़ाकर 12 हजार रूपये की जाएगी। सीमांत किसानों को 15 हजार रूपये सालाना दिए जाएंगे। मनरेगा योजना गांव की तरह शहरों में भी लागू की जाएगी। पुलिस में महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण दिया जाएगा। उत्तर प्रदेश में रोडवेज बसों की संख्या 75 हजार कर दी जाएगी। सरकारी स्कूलों को कंप्यूटरीकृत किया जाएगा।
उन्होने कहा कि विधानसभा चुनाव से पूर्व वह यहां बुजुर्ग किसानों का आशीर्वाद लेने आए हैं। यदि किसान जात बिरादरी और मजहबी दीवारों को तोड़कर एकजुट हो जाते हैं तो किसानों की वही ताकत फिर से उत्तर प्रदेश और देश में स्थापित हो जाएगी जो चौधरी चरण सिंह जमाने में थी।
इससे पूर्व इसी क्षेत्र के तीतरों में 10 अक्तूबर को सपा जिलाध्यक्ष चौधरी रूद्रसैन और उनके भाई इंद्रसैन द्वारा सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की विशाल रैली का आयोजन कराया गया था। यदि दोनों की भीड़ की तुलना की जाए तो अखिलेश की तीतरों सभा में जयंत की आज की सभा से कई गुना ज्यादा भीड़ थी। शायद इसका अहसास अखिलेश यादव को भी रहा होगा। इसी वजह से वह तीतरों में रैली के बाद जाते वक्त चौधरी यशपाल सिंह के बेटों को ही चुनाव लड़ाने का भरोसा देकर गए थे। नौमान मसूद के करीबियों का दावा है कि यह सीट गठबंधन में रालोद को मिलेगी।