नई दिल्ली: जेएनयू की पूर्व छात्र नेता शहला राशिद पर उनके पिता ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उनके पिता ने न सिर्फ शहला बल्कि उनकी मां और बहन से अपनी जान को खतरा बताते हुए जम्मू कश्मीर के डीजीपी को पत्र लिखकर सुरक्षा की गुहार लगाई है। वहीं इन आरोपों को शहला राशिद ने सभी आरोपों को खारिज कर किया है और उन पर ही कहीं संगीन इल्जाम लगाए हैं।
क्या था मामला
शहला के पिता ने आरोप लगाया था कि उनकी बेटी एंटी नेशनल गतिविधियों में शामिल है। कश्मीर डीजीपी को लिखे पत्र में उन्होंने अपनी बेटियों शहला राशिद, अस्मा और पत्नी जुबैदा शोरा से खुद की जान को खतरा बताया है। इसके साथ ही, अब्दुल राशिद ने जेएनयू की घटना पर कहा कि यह पूरा खेल फंड का है। वहीं, शहला राशिद ने अपने पिता के दावों को खारिज करते हुए उनपर अपनी पत्नी को प्रताड़ित करने के आरोप लगाए हैं।
क्या बोलीं शहला
सोशल मीडिया पर टिप्पणी करते हुए शहला ने पिता द्वारा लगाए तमाम आरोपों को खारिज किया है। शहला राशिद ने कहा वह (अब्दुल राशिद) पत्नी को पीटने वाला एक अपमानजनक, एंव गंदा आदमी है। हमने आखिरकार उसके खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला किया, और यह स्टंट उसी की प्रतिक्रिया है। यह कोई राजनीतिक मामला नहीं है, क्योंकि यह तब से चल रहा है जब से मैंने होश संभाला है।
शहला ने कहा कि 2005 में मोहल्ला समिति की ओर से उन्हें एक पत्र सौंपा गया जिसमें उन्होंने हमसे दुर्व्यवहार न करने के लिए कहा। उसने कभी अपने सपनों में नहीं सोचा था कि उसकी आज्ञाकारी पत्नी और डरपोक बेटियां कभी उसके खिलाफ बोलेंगी। चूंकि उन्हें माननीय न्यायालय द्वारा घर में प्रवेश करने से रोका गया था, इसलिए वे सस्ते स्टंट का सहारा लेकर न्यायिक प्रक्रिया को पटरी से उतारने की कोशिश कर रहे हैं। शहला ने कहा कि हमने आखिरकार गाली को चुपचाप सहन नहीं करने का फैसला किया है, क्योंकि चुप्पी केवल दुर्व्यवहारियों को गले लगाती है।