नई दिल्लीः समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और लोकसभा सांसद आज़म ख़ान लगभग 11 महीनों से जेल में बंद हैं। उनके साथ उनके बेटे अब्दुल्लाह आज़म ख़ान और उनकी पत्नी तंजीन फातिमा भी जेल में बंद थी। पिछले महीने तंजीन फातिमा को ज़मानत मिल गई थी, अब वे जेल से बाहर हैं। आज़म ख़ान की पत्नी एंव रामपुर विधायक तंजीन फातिमा से कांग्रेस के स्टार नेता इमरान प्रतापगढ़ी ने मुलाक़ात की है। यह जानकारी इमरान प्रतापगढ़ी ने सोशल मीडिया के माध्यम से दी है।
उन्होंने कहा कि लगातार राजनीतिक उत्पीड़न के शिकार सांसद आज़म ख़ान द्वारा बनाई गई जौहर युनिवर्सिटी को सरकार बर्बाद करना चाहती है और लगातार बदले की भावना से काम कर रही है। उन्होंने बताया कि राज्यसभा की सदस्य रह चुकीं और मौजूदा विधायक तंज़ीन फ़ातिमा साहिबा की आपबीती किसी की भी पलकें नम कर सकती हैं। दलगत राजनीति से ऊपर उठकर हम इस सरकारी उत्पीड़न के ख़िलाफ़ जौहर युनिवर्सिटी के साथ खड़े हैं। इमरान प्रतापगढी के साथ भोपाल से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने भी आज़म के परिवार से मुलाक़ात की है।
जानकारी के लिये बता दें कि आज़म ख़ान के ऊपर सो से अधिक मुकदमे दर्ज हैं, ये मुकदमे बीते एक वर्ष में ही दर्ज हुए हैं। उन पर भैंस चोरी, बकरी चोरी, किताब चोरी तक के मुकदमे दर्ज हैं। इसके अलावा बीते दिनों रामपुर की एक अदालत ने आज़म ख़ान द्वारा बनाई गई यूनिवर्सिटी की लगभग 1400 बीघा ज़मीन को यूपी सरकार को सौंप दिया था।
आज़म ख़ान अपने पुत्र अब्दुल्लाह आज़म के साथ यूपी की सीतापुर जेल में बंद हैं। उन पर ज़मीन कब्जाने का भी मुकदमा दर्ज है। बता दें कि रामपुर में आज़म ख़ान द्वारा महान स्वतंत्रता सेनानी एंव कांग्रेस के राष्ट्रीय अघ्यक्ष रहे मौलाना मोहम्मद अली जौहर के नाम पर यूनिवर्सिटी बनाई थी। आज़म ख़ान अपने भाषणों में अक्सर इस यूनिवर्सिटी का जिक्र किया करते हैं। लोकसभा सांसद बनने के बाद उन्होंने अपने पहले ही संबोधन में यूनिवर्सिटी के भविष्य को लेकर चिंता ज़ाहिर की थी।