केंद्र सरकार के दावों की दानिश अली ने निकाली हवा, आंकड़े पेश कर किसान सम्मान निधि की खोली पोल

नयी दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी के नेता और सांसद कुंवर दानिश अली ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना मात्र चुनावी स्टंट साबित हुआ क्योंकि इसके लाभार्थियों में पचास प्रतिशत की गिरावट आई है।

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

अमरोहा से लोकसभा सांसद दानिश अली ने ट्वीट कर कहा , “ किसान सम्मान निधि के सरकारी आंकड़े मोदी सरकार की कथनी और करनी के अंतर को दर्शाते हैं । भारी शोर शराबे के साथ शुरू की गई किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों की संख्या में 50 प्रतिशत की गिरावट आ गयी है। यह योजना भी 2019 का चुनाव जीतने का स्टंट मात्र निकला। यह भी वैसा ही निकला जैसा दो करोड़ रोजगार प्रति वर्ष देने का वादा था।”

उन्होंने हापुड़ जनपद में कृषि सम्मान निधि के लाभार्थियों के आंकड़े भी ट्वीट किए हैं। इन आंकड़ों के अनुसार हापुड़ जनपद में पंजीकृत कृषकों की संख्या 127292 है। किसान सम्मान निधि की पहली किश्त 116104 किसानों को मिली। दूसरी क़िस्त में 112832 को, तीसरी क़िस्त में 110882, चौथी क़िस्त 100614, पांचवीं क़िस्त 96959, छठी किश्त 80026 और सातवीं किश्त में 64643 किसानों योजना का लाभ मिला। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की शुरूआत दो साल पहले की गई थी।

बता दें कि मोदी सरकार पर विपक्षी दलों समेत किसान संगठनों ने भी पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के आरोप लगाए हैं। मोदी सरकार द्वारा बनाए गए तीन कृषि क़ानूनों के विरोध के पीछे किसानों का एक तर्क यह भी है कि सरकार कृषिक्षेत्र को पूंजीपतियों के हाथों बेचना चाहती है।