नई दिल्लीः आज़ाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आज़ाद आज मुजफ्फरनगर के हरसौली गांव पहुंचे। जहां उन्होंने हरसौली के पैरा कमांडो मोहम्मद इमरान के परिजनों से मुलाक़ात की। चंद्रशेखर ने इमरान के परिजनों को भरोसा दिलाया कि वे इमरान को शहीद का दर्जा दिलाने के लिये संघर्ष करेंगे। इस बारे में उन्होंने एक ट्वीट भी किया है। जिसमें चंद्रशेखर ने कहा है कि हरसौली गांव, मुजफ्फरनगर निवासी पैरा कमांडो इमरान चौधरी दस दिन पहले असम में शहीद हो गए थे। उनकी शहादत को सम्मानित करने के बजाए केंद्र सरकार अब इसे सुसाइड बता रही है। परिवार से मिलकर आ रहा हूँ। इमरान को न्याय दिलाकर रहेंगे। कम से कम सैनिकों के साथ तो भाजपा भेदभाव न करे।
दि रिपोर्ट से हुई बात करते हुए चंद्रशेखर ने बताया कि मोहम्मद इमरान ने जिन्होंने असम में ड्यूटी के दौरान इस दुनिया को अलविदा कहा है, सरकार उन्हें शहीद का दर्जा दे रही है, और इसे आत्महत्या बताने पर तुली हुई है। चंद्रशेखर कहा कि मुझे इमरान के परिजनों एंव गांव वालों ने बताया है कि इमरान के पैर में चोट के भी निशान देखे गए थे, इसलिये सवाल उठता है कि अगर यह भी मान लिया जाए कि इमरान ने आत्महत्या की थी, तब पैरों में चोट के निशान कैसे थे?
चंद्रशेखर ने कहा कि मुझसे इमरान के बच्चों ने सेना में जाने की इच्छा ज़ाहिर की है, लिहाज़ा इस परिवार के लिये जो भी सहायता बन पड़ेगी, मैं करुंगा। उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार शहीदों में भी भेदभाव कर रही है, यह न सिर्फ समाज के लिये क्लंक है बल्कि मानवीय मूल्यों के भी ख़िलाफ है। उन्होंने कहा कि इमरान की शहादत बेकार नहीं जाएगी, जिस परिवार ने देश के लिये अपना सपूत खोया है, हम उस परिवार का सम्मान नहीं खोने देंगे।