Category: चर्चा में

देश को कारपोरेट का गुलाम और धर्म जाति के आधार पर बांट देने की राह में सबसे बडा रोड़ा राहुल गांधी ही हैं

राहुल गांधी ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में जो कहा उसकी आशंका इस मुल्क के हर संवेदनशील इंसान को थी / है। राहुल ने कहा, “वो मुझे छू नहीं सकते…(हां), गोली….

जेल से छूटकर आज़ादी के आंदोलन से हट गए थे सावरकर, फिर ताउम्र आज़ादी की लड़ाई के विरुद्ध अंग्रेज़ों के साथ रहे

आये दिन सावरकर को लेकर कुछ न कुछ विवाद होता रहता है। संघ परिवारी चाहते हैं कि सावरकर को देश का नायक माना जाए। गांधी-नेहरू के बरक्स सावरकर को हीरो….

राम मंदिर निर्माण के नाम पर चल रहा चंदे का धंधा, पहले भी करोड़ों का चंदा डकार चुके हैं कई संगठन

आखिर एक भव्य मंदिर बनाने में कितना पैसा लगेगा? 10 करोड़ ? 20 करोड़? 50 करोड़? 100 करोड़? लगभग 100 करोड़ के खर्च में एक भव्य मंदिर आसानी से तैयार….

महान स्वतंत्रता सेनानी के नाम पर यूनिवर्सिटी बनाने की क़ीमत चुका रहा आज़म ख़ान का परिवार!

महान स्वतंत्रता सेनानी मौलाना मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी की 1400 बीघा जमीन को एक अदालत ने राज्य सरकार की संपत्ति घोषित कर दिया है। यह ऐसा फैसला है जिससे आज़म….

राम पुनियानी का लेखः लव जिहाद, धर्म परिवर्तन और धार्मिक स्वातंत्र्य पर हमला

पिछले दिनों (27 नवंबर 2020) उत्तर प्रदेश सरकार ने “उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अध्यादेश 2020” लागू किया। उसके बाद मध्यप्रदेश और हरियाणा सहित कई अन्य भाजपा-शासित प्रदेशों….

दिलीप मंडल का लेखः निधि की अपनी योग्यता भी पत्रकारिता पढ़ाने की नहीं है, कुल जमा योग्यता उनकी जाति है

चूंकि आज का सबसे बड़ा मुद्दा यूपीएससी द्वारा किया गया सिविल सर्विस नियुक्ति महाघोटाला है, और इस बारे में मैं आज रात 7 बजे आपके बीच लाइव आऊंगा, फिर भी….

किसान आंदोलनः सरकार आग से खेल रही है और गोदी मीडिया उसी आग में घी डाल रहे हैं।

सरकार आग से खेल रही है और सरकार के पालतू उसी आग में घी डाल रहे हैं। जो किसान आज तिरंगा लहरा रहे हैं, आप उन्हें कभी देशविरोधी और कभी….

रिया और दीपिका की चैटिंग लीक कराने वाले ‘पत्रकार’ अब खुद इसका शिकार हो रहे हैं

अर्नब गोस्वामी की 500 पेज की क​थित वॉट्सएप चैट्स लीक हो गई है। दूसरों की वॉट्सएप चैट चोरी करके चटखारेदार खबरें चलाने वाले पत्रकार अब ट्विटर पर चटखारे का विषय….

झूठमेव जयतेः अटॉर्नी जनरल का पदनाम बदलकर अटॉर्नी झुठलर करने का वक्त आ गया है!

अटॉर्नी जनरल का पदनाम बदलकर अटॉर्नी झुठलर करने का वक्त आ गया है। क्योंकि उनका काम कोर्ट में देश के लिए ​दलील देना नहीं, सरकारी झूठ पेश करना रह गया….

जहां कोई विपक्ष नहीं है, वहां किसानों की बात कौन रखेगा?

कुल जमा बात ये है कि 60 शहादतों के बाद भी किसानों के साथ छल किया गया। फटाफट एक कमेटी गठित हुई और कुछ ही घंटों में जनता को पता….