Category: चर्चा में

हमें ऐसा नेता पसंद है जो बोल-बोल कर विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था को माइनस 25 पहुंचा दे!

राहुल गांधी से उनके पिता की मौत से जुड़ा सवाल पूछा गया और उन्होंने कुछ क्षण रुककर सोचा! यह देश के साथ बड़ा बुरा हुआ। आप मौत से जुड़े सवाल….

राहुल से प्रेस क्लब तक निर्भयता का हर कदम उम्मीद जगाता है

जब सारी संस्थाएं हथियार डाल दें तब किसी छोटे से इंन्स्टिट्यूशन का खड़े रहना बहुत राहत और हिम्मत देता है। लोकतंत्र मूलत: संस्थाओं की स्वायत्तता और उनकी निर्भय भूमिका पर….

कुपात्र बन गए राशन कार्ड से मुफ़्त अनाज लेने वाले, चुनाव के पहले सुपात्र थे

उत्तर प्रदेश में राशन कार्ड वापसी का अभियान चल रहा है। अमर उजाला में कार्ड लौटाने से संबंधित कई ख़बरें छपी हैं। आगरा में ही 43000 राशन कार्ड लौटाने की….

धार्मिक भावना ‘आहत’ के बहाने दलितों को बेज़ुबान करने की साज़िश

क्या यह महज इत्तेफाक है कि दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. रतन लाल और लखनऊ विश्वविद्यालय के व्याख्याता रविकांत पर भगवा कट्टरपंथियों का हमला हुआ है? बिलकुल नहीं। अम्बेडकरवादी सामाजिक….

राकेश कायस्थ का लेखः हिंदू हार रहा है…

राकेश कायस्थ हिंदी के सुपरिचित लेखक राजकिशोर ने एक बार लिखा था, “मुस्लिम पक्ष अगर राज जन्म भूमि अगर हिंदुओं को सौंप दे तो यह एक बेहतर निर्णय होगा। 1990….

अगर न्याय से पहले ही अभियुक्तों को मार दिया जायेगा, तो फिर अदालतों की ज़रूरत क्या रहेगी?

पलश सुरजन उत्तरप्रदेश में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक आज़म खां हाल ही में 27 महीनों की जेल के बाद जमानत पर रिहा हुए हैं। उन्हें 89 अलग-अलग….

रतनलाल की प्रतिज्ञा का असर दूर तलक जाएगा!

सुसंस्कृति परिहार दिल्ली यूनिवर्सिटी के हिंदू कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर रतन लाल को ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में शिवलिंग पाए जाने के दावों पर सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने के….

भारत में मांसाहार का सेवन करते हैं 47% हिंदू, फिर भी मांसाहार पर सियासत!

भारत के 83% पुरुष मांसाहारी हैं। इस देश में 47% हिंदू ऐसे हैं जो मांसाहार का सेवन करते हैं। देश की 55% शहरी आबादी और 49% प्रतिशत ग्रामीण आबादी मांसाहारी….

मुसलमान है तो मारा जा सकता है!

जैनी इस देश का सबसे शांतिप्रिय समुदाय है। उनके एक बुजुर्ग व्यक्ति की पीट पीट कर हत्या इसलिए कर दी गई कि उसे मुसलमान समझा गया। ह्त्या करने वाला, उस….

रवीश का लेखः रतन लाल जैसे दलितों को बोलने दीजिए…

क्या आज के दौर में दयानंद सरस्वती कह पाते कि मूर्ति पूजा के विरोधी हैं? दयानंद सरस्वती ने काशी में पर्चा तक लगवा दिया कि वे मूर्ति पूजा के ख़िलाफ़….