Category: चर्चा में

भूखे को हर हाल में चाहिए: दो जून की रोटी!

सुसंस्कृति परिहार  दो जून की रोटी से आशय दो वक्त के भोजन का है। बुंदे लखंड में मूलतः भोजन का मूलाधार रोटी है इसलिए संभवतः यह कहावत कही गई होगी।आज….

“नया सवेरा” की किरणों से जगमग होता मुस्लिम छात्रों का जीवन

‘नया सवेरा’ योजना से अल्पसंख्यक समुदाय ख़ासकर मुसलमानों के शैक्षणिक स्तर में बहुत सुधार हो रहा है और वह रोज़गार और दाख़िले के लिए होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में निखर….

हिन्दू मैरिज एक्ट के अंतर्गत नहीं आते आर्य समाज मंदिर, फिर भी शादी कराने का अड्डा बन रहे हैं आर्य समाज मंदिर!

सुखवंत सिंह डांगी आर्य समाज मंदिर लड़के लड़कियों की शादी करवाते हैं! कोई घर से भाग आओ उनके पास जाओ और शादी कर लो! शादी का जो सर्टिफिकेट होता है….

आर्यन ख़ान मामला: दबाव में काम करते अधिकारी

पलश सुरजन आर्यन ख़ान मामले की जांच करने वाले एनसीबी के अधिकारी समीर वानखेड़े का तबादला अब चेन्नई कर दिया गया है। गौरतलब है कि क्रूज़ ड्रग्स मामले में हिंदी….

प्रवक्ताओं की पार्टी बन गई है कांग्रेस

कांग्रेस प्रवक्ताओं की पार्टी बन गई है। अब प्रवक्ताओं से कोई जन समर्थन जुटा सकता है, चुनाव जीत सकता है पता नहीं। राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस ने रणदीप सुरजेवाला, राजीव….

मन की बात बनाम मौलाना की बात

पलश सुरजन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ प्रवचन की बात अधिक लगने लगा है। श्री मोदी इस कार्यक्रम में हर बार कुछ ऐसे लोगों का ज़िक्र….

….और अम्मी शरजील के लिये रोती हैं!

एजाज़ अशरफ यह घटना 28 जनवरी 2020 की है। जब मुजम्मिल इमाम और उनके दोस्तों के पीछे पुलिस भागी थी। यह घटना बिहार के जहानाबाद जनपद के ग्राम काको की….

पूर्व आईपीएस का लेखः अंग्रेज़ों के सामने लंबे-लंबे माफीनामे लिखने वाला स्वतंत्रता सेनानी कैसे?

आरएसएस/बीजेपी के आईटी सेल ने 2014 के बाद गांधी जी के बारे में मनगढ़ंत प्रोपेगेंडा अभियान चलाया। बीसवीं सदी के महानतम नायको में से एक महात्मा गांधी के खिलाफ़ तरह….

शेख मंजूर: उर्दू पत्रकारिता के गुमनाम हीरो

लोकतंत्र में समाचार एजेंसियां ​​बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। एक सच्चा लोकतंत्र अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, असहमति का समर्थन करता है और हाशिए पर खड़ी आवाजों को समान सम्मान देता है।….

ड्रोन मोदी सरकार की हर समस्या का समाधान! फेंकना ग़ैर-क़ानूनी नहीं है, लेकिन अगर आप प्रधानमंत्री हैं तो

हाल ही में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक भाषण में कहा, “जब कहीं मुझे सरकारी कामों की क्वालिटी को देखना होता है तो मैं अचानक ड्रोन भेज देता….