आज़म ख़ान की बहू ने साफ की रिश्तों पर जमी गर्द, कहा ‘मुश्किल समय में अखिलेश यादव ने हमेशा हमारा साथ दिया’

आज़म ख़ान और उनके बेटे अब्दुल्लाह आज़म ख़ान फरवरी 2020 से जेल में हैं, इस दौरान कई बार ऐसी सुगबुगाहटें सुनाईं दी कि अखिलेश यादव और आज़म परिवार के बीच रिश्तें पुराने जैसे नहीं रहे, इन सबके बीच आज़म ख़ान की बहू सिदरा अदीब सामने आईं और रिश्तों पर जमी धूल को हटाने की कवायद करती नजर आईं, उन्होंने कहा कि जिस तरीके से सुनने में आता है कि अखिलेश यादव ने साथ नहीं दिया तो यहां साफ कर दें कि उन्होंने हमारा हमेशा साथ दिया है। सिदरा अदीब ने यह बयान डिजिटल प्लेटफॉर्म यूपी तक के साथ एक बातचीत में दिया। उन्होंने कहा कि आज़म ख़ान का नेताजी के साथ पुराना नाता रहा और हमारे मुश्किल समय में अखिलेश यादव ने भी मदद की है।

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सियासी साजिश का शिकार

आज़म ख़ान की गिरफ्तारी को सियासी रंजीश बताते हुए सिदरा अदीब ने कहा कि उनके मामलों की कार्रवाई में बहुत देर हो रही है। अदीब के अनुसार आज़म ख़ान एक काबिल नेता है, उन्होंने एक ऐसी यूनिवर्सिटी कई साल पहले तैयार कर ली जिसकी कल्पना आज के जमाने में की जाती है। अदीब ने कहा कि चूंकि वह एक मुस्लिम लीडर हैं इसलिए उनके साथ ऐसा सलूक किया जा रहा है जबकि उन्होंने यह यूनिवर्सिटी सभी हिंदू-मुस्लिम बच्चों के लिए बनाई है जो पढ़ाई के लिए रामपुर से बाहर नहीं जा सकते हैं।

अदीब ने कहा कि इतना बड़ा लीडर कोई बकरी चोर, भैंस चोर या किताब चोर नहीं हो सकता है। जिसनें इतनी बड़ी यूनिवर्सिटी बनाई वहां से प्रशासन किताबें इस तरह से लेकर गई है जैसे किसी चोर के घर से खजाना लेकर जाते हैं। उन्होंने कहा कि वह समाजवादी पार्टी के इतने बड़े नेता हैं, 40 सालों का राजनीतिक सफर रहा है, ऐसे में सियासी कारणों से उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।

2022 के चुनाव पर क्या बोलीं

सिदरा अदीब से जब यह सवाल किया गया कि क्या आप विधानसभा चुनावों में आज़म ख़ान परिवार की तरफ से मोर्चा संभालेंगी तो उन्होंने सावधानी पूर्वक यह कहकर सवाल टालने की कोशिश की कि उम्मीद है तब तक आज़म ख़ान साहब बाहर आ जाएंगे, सपा के टिकट पर चुनाव लड़ने के सवाल पर अदीब ने कहा कि उम्मीद पर दुनिया कायम है, आने वाले समय में तय किया जाएगा कि चुनाव लड़ना चाहिए या नहीं।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सपा नेता और रामपुर से सांसद आज़म ख़ान लंबे समय से जेल में हैं तो वहीं उनके बेटे अब्दुल्लाह आज़म स्वार टांडा सीट से विधायक थे लेकिन जन्म प्रमाण पत्र विवाद के बाद उनकी विधायकी चली गई। अब इस सियासी मोर्चे को उनकी बहू सिदरा अदीब संभाल रही हैं।