जिन्ना पर अखिलेश यादव की टिप्पणी: समकालीन राजनीति पर साम्प्रदायिकता की छाया
हमारे देश में जैसे-जैसे साम्प्रदायिकता का बोलबाला बढ़ता जा रहा है वैसे-वैसे राजनैतिक लक्ष्यों को हासिल करने के लिए सांप्रदायिक प्रतीकों और नायकों के इस्तेमाल का चलन भी बढ़ रहा….