Author: Ram Puniyani

जिन्ना पर अखिलेश यादव की टिप्पणी: समकालीन राजनीति पर साम्प्रदायिकता की छाया

हमारे देश में जैसे-जैसे साम्प्रदायिकता का बोलबाला बढ़ता जा रहा है वैसे-वैसे राजनैतिक लक्ष्यों को हासिल करने के लिए सांप्रदायिक प्रतीकों और नायकों के इस्तेमाल का चलन भी बढ़ रहा….

राम पुनियानी का लेख: त्रिपुरा हिंसा के सताए लोगों के घावों पर नमक छिड़कने की बजाय उन पर मरहम लगानी होगी।

हमारे देश में धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा बहुत आम हो गई है। जहाँ एक ओर प्रधानमंत्री पोप से गले मिल रहे हैं वहीं दूसरी ओर देश में ईसाईयों के….

राम पुनियानी का सवाल: क्या गंगा-जमुनी तहजीब कल्पना मात्र है?

विश्व हिन्दू परिषद के महासचिव मिलिन्द परांडे ने हाल (सितम्बर, 2021, ‘द टाईम्स ऑफ इंडिया’) में कहा कि गंगा-जमुनी तहजीब (जिसे भारत में हिन्दू और मुस्लिम संस्कृति के संगम के….

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, राजा महेन्द्र प्रताप और ध्रुवीकरण के प्रयास

सांप्रदायिक राजनीति के झंडाबरदारों को न केवल धार्मिक आधार पर ध्रुवीकरण करवाने की कला में महारत हासिल है वरन् वे इसके नए-नए तरीके भी ईजाद करते रहते हैं. मुजफ्फरनगर में….

क्या सभी कट्टरपंथी एक ही थैली के चट्टे-बट्टे होते हैं? क्या तालिबान की तुलना आरएसएस से हो सकती है?

अफगानिस्तान में तालिबान की सत्ता में वापिसी ने उनके पिछले शासनकाल की यादें ताजा कर दी हैं. उस दौरान तालिबान ने शरिया का अपना संस्करण लागू किया था और महिलाओं….

राम पुनियानी का लेख: बहुवादी समाज में नफरत से जंग मुसलमानों पर हमले

भारत का विविधवर्णी चरित्र सचमुच अद्भुत है। भारतीय उपमहाद्वीप में विभिन्न संस्कृतियों, धर्मों और भाषायी व नस्लीय समूहों के लोग सदियों से एक साथ मिलजुलकर रहते आए हैं। भक्ति-सूफी संतों….

यादों में सरहदी गांधी: बंटवारे के ही नहीं उसके पीछे की सोच के भी सख्त खिलाफ थे ख़ान बाबा

तक़रीबन एक साल पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री एम.एल. खट्टर की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि हरियाणा सरकार ने फरीदाबाद के खान अब्दुल गफ्फार खान अस्पताल….