Author: Lakshmi Pratap Singh

लक्ष्मी प्रताप सिंह स्वतंत्र टिप्पणीकार हैं, वे आर्थिक मामलों और जियो पॉलिटिक्स के साथ-साथ भारतीय राजनीतिक की भी अच्छी समझ रखते हैं।

लक्ष्मीप्रताप का सवाल: सत्ताधारी कब समझेंगे कि निकहत अपने धर्म के लिये नहीं बल्कि देश के लिये मेडल लाई है  

कहते हैं खिलाडी, कवि, गायक, जज, डाक्टर, वकील  और पत्रकार की कोई धर्म-जाती नहीं होती। इनका बस काम ही इनकी जाती-धर्म होता है। इनके काम पुरे देश या समाज के….

क्या सरकार, मीडिया और कॉर्पोरेट मिल कर प्राइवेटाइजेशन के लिए षणयंत्र कर रहें हैं?

भारत में पहली प्राइवेट ट्रेन कुछ दिन पहले अहमदाबाद से मुंबई के बीच चलाई गयी। जो एक घंटे लेट पहुंची और हर मीडिया चैनल ने बताया की इसके लिए हर….

मुनव्वर फारूक़ी के बहाने: जिन्हें लगता है की उनको फ़र्क़ नहीं पड़ेगा वो याद रखें वे भी नहीं बच पाएंगे!

मुनाव्वार फारूकी ने दुखी होकर कॉमेडी को अलविदा कह दिया है. बेंगलुरू में पुनीत राजकुमार के लिए फारुकी का चैरिटी शो था, जिसे पुलिस ने ये कहके रद्द कर दिया….

लक्ष्मीप्रताप का सवाल: ज़मानत न देने का आधार ह्वाटसप चैट ही है तो जेल सिर्फ आर्यन को ही क्यों अर्णब गोस्वामी क्यों नहीं?

आर्यन खान के मामले में कोर्ट ने उसकी जमानत याचिका ख़ारिज करते हुए कहा की उसकी व्हाट्सप्प चैट से सिद्ध होता है की… रुकिए! क्या सिद्ध होता है ये बाद….

देश में कोयला की कमी के पीछे अडानी का हाथ है क्या?

केंद्र और राज्य के अंतर्गत आने वाले अधिकतर बिजली बनाने वाले कुल 135 प्लांट मेँ से 70% कोयले से चलते हैँ। इसकी आपूर्ति Coal India (केंद्रीय संस्था) एक एग्रीमेंट के….

रोहित वेमुला के बाद से अब तक भी नहीं बदला स्मृति का रवैय्या AIR और दूरदर्शन में IIS अफसरों का ‘शोषण’

स्मृति ईरानी दो मंत्रालय से निकाले जाने के बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्री बनी थीं। सूचना प्रसारण मंत्रालय मिलते ही सबसे पहले उन्होंने सरकारी सूचना तंत्र की सबसे बड़ी संस्था….

मानवीय त्रासदी: पूरी दुनिया में हैं आठ करोड़ से अधिक शरणार्थी, जो देश से निकल आए लेकिन देश उनमें से नहीं निकलता

दुनियां भर में 8.24 करोड़ शरणार्थी हैं। ये लोग अपने-अपने देश में राजनीतिक, आतंक, भुखमरी इत्यादि के कारण मज़बूरी में अपना मातृभूमि छोड़ दूसरे देशों में शरण लेने वाले ये….