हिंदुस्तान की कहानी: जब चूड़ी वाले को उसके धर्म की वजह से पीटा जा रहा था, तब मुश्ताक मंदिर के लिए ज़मीन…
जब कुछ लोग फेरीवाले गरीबों को उनके मजहब के आधार पर पीट रहे हैं, उसी समय एक मुसलमान लोगों की आस्था को सींचने के लिए मंदिर के लिए भूमिपूजन कर….
जब कुछ लोग फेरीवाले गरीबों को उनके मजहब के आधार पर पीट रहे हैं, उसी समय एक मुसलमान लोगों की आस्था को सींचने के लिए मंदिर के लिए भूमिपूजन कर….
ये क्रोनोलॉजी 164 साल पुरानी है। आज ऐसे ही पढ़ते हुए एक हाथ लगी। इस क्रोनोलॉजी के तार अंग्रेजों से जुड़े हैं। समझ लें, काम आएगी। साल था 1857, यही….
नई कॉलोनी में ज्यादातर हिंदू थे। वहां पर कोई मंदिर नहीं था। कॉलोनी के हिंदुओं के लिए पूजा करने के लिए दूसरी जगहों पर जाना पड़ता था। उसी कॉलोनी में….
जिस देश में पीढ़ियों से मुसलमान मनिहार और मनिहारिन ही औरतों को चूड़ियां पहनाते रहे हों, वहां पर एक चूड़ी वाले को इसलिए पीटा जाता है क्योंकि वह मुसलमान है।….
उन्होंने कभी देश की आजादी के लिए भगत सिंह के साथ मिलकर सेंट्रल एसेम्बली में बम फेंका था, ताकि ‘बहरों को सुनाया जा सके’. भगत सिंह को फांसी हुई और….
गोडसे ने गांधी को मारा था, बतख मियां ने गांधी को बचाया था. गोडसे हत्यारा है. बतख मियां गांधी का जीवनदाता है. आप सोच रहे होंगे कि यह बतख मियां….