Author: The Report Desk

इस तरह समझ में आएगा सेलेब्रिटीज के ट्वीट का बनावटी खेल, ये ट्वीट करते नहीं कराए जाते हैं!

अगर आप सोच रहे हैं कि जैसे आप सोशल मीडिया पर कोई पोस्ट अपने हाथ से करते हैं वैसे ही ये बड़े बड़े सेलेब्रिटी अपने ट्वीट खुद अपने हाथ लिखते….

पीस पार्टी अध्यक्ष डॉ. अय्यूब ने लगवाया कोरोना का टीका, जनता को दी सलाह ‘अफवाहों पर ध्यान न दें’

लखनऊः कोरोना वैक्सीन पर सवाल उठते रहे हैं, सबसे पहले समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने इस वैक्सीन पर सवाल उठवाते हुए कहा था कि भाजपा की वैक्सीन पर….

अगर सत्ताधारी दल के ‘अभिनेताओं’ के घर महाराष्ट्र सरकार बिजली, पानी रोक दे फिर क्या होगा?

फर्ज कीजिए कि अक्षय कुमार और कंगना रनौत जैसे लोगों के लिए महाराष्ट्र सरकार ने एक दिन के लिए पानी और खाना सप्लाई रोक दी और उन्हें एक घर मे….

अगर कोई टुकड़ाखोर इस देश के करोड़ों लोगों को आतंकवादी बताए तो समझिए कि उसे इस देश से नफरत है।

भारत की धरती पर रहने वाले करोड़ों किसान, मजदूर, दलित, आदिवासी, पिछड़े, गरीब, भूमिहीन, बेघर- इनसे अलग भारत क्या है? इन लोगों को अगर कोई व्यक्ति देश के लिए खतरा….

प्रखर वक्ता शादाब चौहान को बॉलीवुड से लेकर सोशल एक्टिविस्टों ने भी दी जन्मदिन की बधाई

नई दिल्लीः पश्चिम उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर निवासी इंजीनियर शादाब चौहान का आज जन्मदिन है। उनके जन्मदिन पर उनके चाहने वाले सोशल मीडिया पर बधाई सुबह से ही बधाई….

बजट 2021 : भुखमरी और अकाल के आहट पर चुप्पी

प्रमोद रंजन भारत सरकार का बजट 2021 कोविड महामारी के साये में आया है। पिछले एक साल से दुनिया के अन्य देशों की तरह ही भारत का जन-जीवन लगभग थमा….

कंगना को शादाब का निमंत्रण ‘आओ एक बार गाजीपुर बॉर्डर फिर बताएंगे कि किसान क्या हैं?’

नई दिल्लीः किसानों आंदोलन की गूंज अब अमेरिका तक पहुंच गई है। इसी के चलते हॉलीवुड अभिनेत्री और सिंगर रेहाना ने भारत में चल रहे किसान आंदोलन का समर्थन किया….

किसान अन्नदाता हैं, तानाशाह सरकार उन्हें अनसुना नहीं कर सकती : ललन कुमार

लखनऊ/बक्शी का तालाबः उत्तर प्रदेश काँग्रेस कमेटी के मीडिया संयोजक ललन कुमार ने काँग्रेस के संगठन सृजन अभियान के तहत बक्शी का तालाब  विधानसभा के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा….

1857 भारत के प्रथम सवतंत्रता संग्राम, की तर्ज पर राजस्थान मे किसान-जन उभार!

5 फरवरी को दौसा मे महासभा और फिर दिल्ली कूच!  एक इतिहासकार के लिये इससे खूबसूरत क्या बात हो सकती है कि उसने इतिहास के जिस प्रखंड पर 2000 पन्ने….

मीडिया का मुंह बंद करके जनता की आवाज को कुचलने की कोशि‍श, हर दिन कतरा-कतरा खत्म हो रहा लोकतंत्र

लोकतंत्र धीरे-धीरे दशकों में बनता है और वैसे ही उसे धीरे-धीरे खत्म किया जाता है, आज के मीडिया की तरह। लोकतंत्र का बनना, मजबूत होना, कमजोर होना या खत्म होना….