जंतर मंतर पर लगे नारों से अश्विनी उपाध्याय ने किया किनारा, कहा ‘मुझे बदनाम करने के लिए…’

नई दिल्लीः आठ अगस्त को दिल्ली के जंतर मंतर पर हिंदुवादियों के एक कार्यक्रम में मुसलमानों के ख़िलाफ लगने वाले नारो से अश्विनी उपाध्याय ने खुद को अलग कर लिया है। बताया जा रहा है कि जंतर मंतर पर यह कार्यक्रम हिंदुवादी नेता अश्विनी उपाध्याय द्वारा आयोजित किया गया था, जिसमें मुस्लिम महिलाओं, और मुसलमानो के ख़िलाफ जमकर नारेबाजी हुई। इन नारों के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने भी प्राथमिकी दर्ज कर ली है। जिसके बाद अश्विनी उपाध्याय ने इन नारों से खुद को अलग करते हुए वीडियो की सत्यता की जांच करने की मांग की है।

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वीडियो पर सफाई

अश्विनी उपाध्याय ने काह कि सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक व्यक्ति उन्मादी भाषण दे रहा है। कुछ लोग मुझे बदनाम करने के लिए मेरा नाम लेकर यह वीडियो ट्विटर फेसबुक और वाट्सएप्प पर शेयर कर रहे हैं जबकि वीडियो में दिख रहे लोगों को न तो मैं जानता हूँ, न तो इनमें से किसी से मिला हूँ और न तो इन्हें बुलाया गया था। कानून बहुत ही घटिया और कमजोर है इसीलिए प्रसिद्धि पाने के लिए भी कई बार लोग उन्मादी वीडियो जारी करते हैं।

 

कानून बहुत घटिया और कमजोर है इसीलिए 15 मिनट में हिंदुस्तान से हिंदुओं को खत्म करने की बात करने वाला व्यक्ति जेल में नहीं बल्कि विधान सभा में बैठा है। 70 हजार करोड़ का CWG घोटाला, 1 लाख 76 हजार करोड़ का 2G घोटाला और 1 लाख 86 हजार करोड़ का कोयला घोटाला करने वाले भी बाहर घूम रहे हैं।

दिल्ली पुलिस कमिश्नर से अपील करते हुए अश्विनी ने कहा कि मैं आप से निवेदन करता हूँ कि इस वीडियो की सत्यता के साथ साथ इसके बनाये जाने के समय और स्थान की जांच करने का निर्देश दें। यदि यह वीडियो सही तो इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कठोर कार्यवाही करें और यदि असत्य है तो इसे सोशल मीडिया में शेयर करने वालों के खिलाफ कठोर कार्यवाही करें।

इस हिंदुवादी नेता ने कहा कि मैं आपसे निवेदन करता हूँ कि जॉच पूरी होने तक इस वीडियो को शेयर न करने के लिए भी आवश्यक कार्यवाही करें। जिन लोगों ने इस वीडियो के साथ मेरा नाम जोड़ा है उनके खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दें।