कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को घोषणा की कि छात्र नेता अनीस खान की मौत की जांच एक विशेष जांच दल (एसआईटी) करेगा। अनीस को कथित तौर पर शुक्रवार देर रात उनके घर की दूसरी मंजिल से धक्का दिया गया था।
ममता बनर्जी ने राज्य सचिवालय नबन्ना में एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा, “छात्र नेता अनीस खान की मौत की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया जाएगा। एसआईटी का गठन पुलिस महानिदेशक के अधीन किया जाएगा। एसआईटी 15 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। बहुत से लोग को यह भी नहीं पता कि अनीस तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नियमित संपर्क में थे और उन्होंने चुनाव के दौरान हमारी बहुत मदद की।” उन्होंने कहा, “जो भी लोग इसके लिए जिम्मेदार होंगे उन्हें पकड़ा जाएगा और कानून के तहत दंडित किया जाएगा। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। मैं इस तरह के कृत्यों की घोर निंदा नहीं करती हूँ।”
छात्र नेता को शुक्रवार देर रात हावड़ा में उनके अमता स्थित आवास में चार बदमाशों ने अनीस को दूसरी मंजिल से नीचे फेंक दिया था जिससे उसकी मौत हो गई थी, उनके परिवार ने उनकी रहस्यमय मौत की सीबीआई जांच की मांग की है। मामले ने राज्य में राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है।
गौरतलब है कि आलिया विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र और इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) के कार्यकर्ता अनीस खान (27) की उनके अमता स्थित घर में कथित तौर पर हत्या कर दी गई थी। चार बदमाशों ने उनके कमरे में घुसकर उन्हें दूसरी मंजिल से नीचे फेंक दिया था।
पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि बदमाशों में से एक पुलिस की वर्दी में था। मारे गए छात्र नेता के पिता सलाम खान ने अमता पुलिस थाने में दर्ज प्राथमिकी में शनिवार को आरोप लगाया कि उनके पुत्र की मौत के लिए पुलिस जिम्मेवार है। अनीस के बड़े भाई साबिर खान ने कहा कि उनके अनीस हमेशा समाज में गलत काम का विरोध करता था। उन्होंने आरोप लगाया कि घटना शुक्रवार देर रात लगभग 1:30 बजे हुई और घटना के तुरंत बाद सूचित किए जाने के बावजूद पुलिस सुबह नौ बजे के आसपास मौके पर पहुंची।
साबिर ने कहा कि घर में सो रहा था और पिता के रोने पर उनकी नींद खुल गई। उन्होंने देखा कि उनका भाई खून से लथपथ जमीन पर मृत पड़ा हुआ है। मृतक के परिवार ने कहा कि शव ले जाने के बाद भी पुलिस ने उनसे संपर्क नहीं किया। पुलिस सूत्रों के अनुसार शनिवार अपराह्न शव का पोस्टमार्टम किया गया।
कथित तौर पर पुलिस की निष्क्रियता के खिलाफ जिलों और कोलकाता में विरोध प्रदर्शन के चलते पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक मनोज मालवीय ने रविवार को हावड़ा (ग्रामीण) की पुलिस अधीक्षक सौम्या रॉय को तलब किया और अनीस खान की मौत पर एक रिपोर्ट मांगी।
अमता पुलिस थाने से शनिवार को पुलिस टीम को ग्रामीणों के विरोध के बाद बिना बुनियादी जांच के वापस लौटना पड़ा। दरअसल, ग्रामीणों ने सीबीआई जांच की मांग की है। एक अन्य पुलिस दल हालांकि खून के धब्बे के नमूने एकत्र करने के लिए फोरेंसिक विशेषज्ञों की एक टीम के साथ अपराध स्थल का दौरा करने में सफल रही।
राज्य सरकार ने पुलिस उपाधीक्षक स्तर के एक अधिकारी से मामले की जांच करने को कहा है। इस बीच एक वकील ने मामले में स्वत: संज्ञान लेने के लिए कलकत्ता उच्च न्यायालय में का रुख किया। न्यायमूर्ति राजशेखर मंथा ने उन्हें दोपहर दो बजे तक लिखित में अपील करने का निर्देश दिया।