कहते हैं अगर इंसान ठान ले तो क्या नहीं कर सकता, इंसान चाहे तो आसमान में छेद कर दे लेकिन ज़रूरत है उस तबियत और जुनून की,ऐसे ही एक जूनून के मुज़ाहिरे की तैयारी कर रहे हैं केरला के रहने वाले ‘शिहाब’, उन्होने अज़्म किया है की वो पैदल केरला से मक्का तक जाएंगे हज अदा करने जाएंगे।
शिहाब केरला से रवाना होंगे और 2023 में हज से पहले मक्का पहुंचने उनका लक्ष्य है शिहाब करेला से निकल कर भारत के कई राज्यों को पार करते हुए पाकिस्तान, ईरान, फिर इराक, फिर कुवैत और अंत में सऊदी अरब के पवित्र मक्का शहर पहुंचेंगे।
शिहाब ने अपनी अनोखी पैदल यात्रा के बारे में उनकी तैयारी को लेकर बात की उन्होने बताया की उन्हे तैयारी करने में लगभग छह महीने का समय लग गया, क्योंकि उन्होंने भारतीय राजधानी नई दिल्ली में देश के दूतावासों के चक्कर लगाना पड़े अपनी यात्रा की परमीशन लेने के लिए।
मक्का जाने का फैसला करने के बारे में, शिहाब कहते हैं, “मैं पैदल ही हज की योजना बना रहा हूं क्योंकि यह मेरी बचपन की ख्वाहिश थी, अल्हम्दुलिल्लाह अल्लाह का शुक्रिया अदा करते हैं तो मेरी मां की दुआ से अल्लाह ने मेरी यह इच्छा पूरी की और सभी प्रक्रियाओं को पूरा किया, इंशा अल्लाह यात्रा शुरू करेगा। 2 जून 2022 को केरल से “पवित्र मक्का की यात्रा की शुरूआत करुंगा”।
शिहाब ने बताया कि कई लोगों ने उसकी यात्रा के रास्ते में मदद करने का वादा किया है, यह पुष्टि करते हुए कि यात्रा बहुत लंबी है और इसमें महीनों लगते हैं, और उम्मीद है कि वह जिस किसी से भी मिलने के लिए आवास और आवास की व्यवस्था के साथ उसकी मेजबानी करेगा,वह कहता है कि वह अपनी यात्रा को तब तक जारी रखना चाहता है जब तक वह नहीं पहुंच जाता