जिम्बाब्वे ने करीब 9 साल बाद बांग्लादेश को वनडे सीरीज में शिकस्त देने में कामयाबी हासिल की है. 3 मैचों की ओडीआई सीरीज में जिम्बाब्वे ने 2-1 से जीच हासिल की. इस दौरान मेजबान टीम के कई कई खिलाड़ियों का प्रदर्शन बेहद शानदार रहा है. इसमें ऑलरांउ़डर सिंकदर रजा भी शामिल हैं. उनके लाजवाब प्रदर्शन के दम पर जिम्बाब्वे ने बांग्लादेश का पहले टी20 और फिर वनडे सीरीज़ में सफाया कर दिया.
पिछले कुछ महीनो के अंदर जिम्बाब्वे की टीम कई बड़ी सीरीज जीतने में कामयाब रही है, जिसमे उनके कुछ खिलाड़ियों का सबसे बड़ा योगदान रहा है. अब जिम्बाब्वे को एक ऐसा ऑलराउंडर मिल गया है जो इन दिनों गेंद और बल्ले दोनों से विपक्षी टीमों के लिए खतरा बन रहे हैं. इसके अलावे भी कई ऐसे बल्लेबाज और गेंदबाज मौजूद है जो लगातार जिम्बाब्वे की जीत में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं.
दुनिया की किसी भी टीम को जब हार्दिक पांड्या और युवराज सिंह जैसा ऑलराउंडर मिल जाता है तब वो विश्व की किसी भी टीम को घुटने टेकने पर मजबूर कर देती है. इन दिनों ऐसा ही नजारा जिम्बाब्वे में देखने को मिल रहा है, जहां पर मेजबान टीम बांग्लादेश को अपने सामने घुटने टेकने पर मजबूर कर रही है, क्योंकि जिम्बाब्वे को अब हार्दिक पांड्या और युवराज सिंह से भी खतरनाक ऑलराउंडर मिल गया है.
हम जिम्बाब्वे टीम के बेहतरीन ऑलराउंडर सिकंदर रजा के बारे में बात कर रहे हैं, जिन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे वनडे मैच में एक बार फिर से बेहतरीन शतक लगाया है. इस वजह से इन दिनों उनके खूब चर्चे हो रहे हैं. उस मुकाबले में सिकंदर रजा पहले गेंदबाजी करते हुए 10 ओवर में 56 रन देकर तीन महत्वपूर्ण विकेट चटकाया, फिर बल्लेबाजी करते हुए बेहतरीन शतक लगाया.
बंग्लादेश के खिलाफ चल रहे मौजूद वनडे सीरीज में अब तक दो मैच खेले गए हैं और उन दोनों मुकाबलों के दौरान सिकंदर रजा ने बेहतरीन शतक लगाया है. पहले ओडीआई मैच में सिकंदर ने 109 गेंदों पर 135 रनों की पारी खेली थी, उसके बाद रविवार को खेले गए दूसरे वनडे मुकाबले में उन्होंने एक बार फिर से 117 रन बनाए हैं. दूसरे ओडीआई मैच के दौरान रजा ने तीन महत्वपूर्ण विकेट भी चटकाया, इसी वजह से जिम्बाब्वे को दोनों मुकाबलों में 5-5 विकेट से जीत मिली है.
सिकंदर रजा का जन्म पाकिस्तान में हुआ था और अंडर-19 क्रिकेट भी उन्होंने पाक की टीम के लिए खेला है, लेकिन जब सिकंदर को पाकिस्तान के लिए नेशनल टीम में खेलने का मौका नहीं दिया गया तब वो अपना देश छोड़कर जिम्बाब्वे पहुंच गए. उसके बाद से जिम्बाब्वे के लिए खेलते हुए उन्होंने गेंद और बल्ले दोनों से धमाल मचाना शुरू कर दिया है.