वर्ल्डकप के अपने आखिरी लीग मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया ने 20 ओवर में 6 विकेट खोकर 155 रन बनाए। टीम इंडिया के लिए स्मृति मंधाना ने 56 गेंदों में 9 चौके-3 छक्के ठोक 87 रनों की शानदार पारी खेली। शेफाली वर्मा ने 24, जेमिमा रोड्रिग्स ने 19 और कप्तान हरमनप्रीत ने 13 रनों का योगदान दिया।
इसके बाद लक्ष्य का पीछा करने उतरी आयरलैंड की टीम 8.2 ओवर में 2 विकेट खोकर 54 रन बना सकी। फिर बारिश ने खलल डाला तो मैच दोबारा शुरू नहीं हो सका। जिसके बाद टीम इंडिया को DLS मेथड से विजयी घोषित कर दिया गया।
स्मृति मंधाना का जीवन परिचय (Smriti Mandhana Lifestyle)
टीम इंडिया की ओपनर स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana) का जन्म 18 जुलाई 1996 को मुम्बई शहर में हुआ। स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana) का पूरा नाम स्मृती श्रीनिवास मधाना है तथा इनके परिवार में इनके पिता-माता एवं एक भाई भी हैं। स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana के पिता श्रीनिवास मधाना एक फॉर्मर डिस्ट्रिक्ट – लेवरलर क्रिकेटर है तथा माता स्मिता मंधाना कुशल ग्रहिणी है।
स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana) का परिवार
स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana) का भाई श्रवण मंधाना भी पिता की तरह ही फॉर्मर डिस्ट्रिक्ट-लेवल क्रिकेटर है। परिवार में शुरू से क्रिकेट का माहोल देख उनकी रुचि क्रिकेट में बढ़ने लगी | जब स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana) 2 वर्ष की थी तभी उनका पूरा परिवार सांगली, माधवगर में आकर बस गया और इनका बचपन यहीं पर बिता (smriti Mandhana family)|
स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana) की शिक्षा
टीम इंडिया की ओपनर स्मृति ने अपनी स्कूली पढ़ाई माधवगर के एक विद्यालय से पूरी की। स्कूली पढ़ाई पूर्ण करने के पश्चात मुम्बई के ‘चिंतामनराव कॉलेज बंगाली महाराष्ट्र’ से स्नातक पूरी कर ग्रेजुएट की डीग्री प्राप्त की (smriti mandhana Education) स्मृती को बचपन से पढ़ने के साथ-साथ क्रिकेट खेलने का भी शौक था|
स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana) ने अपना रुझान क्रिकेट की ओर झुकाया और उसी में अपना करियर भी बनाया। स्मृति मधाना ने 9 साल की उम्र से ही क्रिकेट में करियर बनाने की ठान ली उन्हें पहले अण्डर 15 और फिर अण्डर 19 के लिए चुन लिया गया।