ICC के पूर्व अंपायर और पाकिस्तान के फर्स्ट क्लास क्रिकेटर रहे असद रऊफ का निधन हो गया है. वो 66 साल के थे. उनके निधन की जानकारी भाई ताहिर रऊफ ने दी. उनका निधन कार्डिएक अरेस्ट के चलते हुआ. बताया जा रहा है कि जब वो लाहौर में अपनी दुकान बंद कर घर लौट रहे थे, तभी उनके सीने में दर्द उठा, जिसके बाद उनका निधन हो गया. बता दें कि BCCI की ओर से क्रिकेट के सभी प्रारुपों में अंपायरिंग करने पर बैन लगाए जाने के बाद असद रऊफ लाहौर के लांडा बाजार में कपड़े और जूतों की एक सेकेंड हैंड दुकान चला रहे थे.
असद रऊफ के पास 170 इंटरनेशनल मैचों में अंपायरिंग का अनुभव था. इनमें 49 टेस्ट, 23 T20I और 98 ODI शामिल हैं. इसके अलावा 15 टेस्ट मैचों में वो टीवी अंपायर की भूमिका में भी रहे. असद रऊफ का अंपायरिंग करियर साल 2000 से 2013 तक चला. इस बीच वो ICC के एलाइट अंपायरिंग पैनल के सदस्य भी रहे.
2000 में शुरू हुआ था इंटरनेशनल करियर
रऊफ के अंपायरिंग के सफर की शुरुआत वैसे 1998 में ही हो गई थी. लेकिन इंटरनेशनल मुकाबलों में वो पहली बार साल 2000 में पाकिस्तान बनाम श्रीलंका के बीच खेले मैच से उतरे. फिर 4 साल बाद यानी 2004 में वो लम्हा आया जब रऊफ को ICC ने अपने इंटरनेशनल पैनल में शामिल किया.
2013 स्पॉट फिक्सिंग के बाद करियर ने लिया यू-टर्न
हालांकि, जब सबकुछ अच्छा चल रहा था, तभी 2013 में उन पर IPL में स्पॉट फिक्सिंग करने का आरोप लगा. और उनके करियर ने यू- टर्न ले लिया. वो ICC के चहेते अंपायर से मुंबई पुलिस के वांटेड आरोपी बन गए. फिक्सिंग का आरोप लगने के बाद रऊफ ने IPL के बीच में ही इंडिया छोड़ दिया. इसके बाद उन्हें उसी साल IPL के बाद हुए चैंपियंस ट्रॉफी से भी हटा दिया गया. वो ICC के इंटरनेशनल अंपायर पैनल से ड्रॉप कर दिए गए. फिर साल 2016 में BCCI ने करप्शन के आरोपों का हवाला देकर उन्हें 5 साल के लिए बैन कर दिया था.