हिजाब विवाद: ज़ायरा वसीम बोलीं “हिजाब इस्लाम में एक विकल्प नहीं बल्कि एक दायित्व है।”

नई दिल्ली: कर्नाटक के उडुपी से शुरू हुआ हिजाब विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक तरफ इस विवाद पर विदेश से प्रतिक्रिया आ रहीं हैं, तो वहीं बाॅलीवुड भी इस मामले मे प्रतिक्रिया देने में पीछे नही है। सबसे पहले अभिनेत्री सोनम कपूर ने हिजाब का समर्थन किया था, हालांकि उस पर विवादित अभिनेत्री कंगना रनौत ने सोनम कपूर पर अपनी भड़ास निकाली। अब इस कड़ी में बाॅलीवुड को अलविदा कहने वाली अभिनेत्री और दंगल गर्ल के नाम से मशहूर ज़ायरा वसीम का नाम भी जुड़ गया है। ज़ायरा ने फेसबुक पर एक टिप्पणी की है। अपनी टिप्पणी में ज़ायरा ने कहा कि “हिजाब इस्लाम में एक विकल्प नहीं बल्कि एक दायित्व है।”

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

ज़ायरा ने कहा कि हिजाब एक पसंद के रूप में विरासत में मिली धारणा हो, ऐसा सोचना गलत है। ऐसे अक्सर या तो सुविधाजनक तर्क या अज्ञानता ही पैदा होती है। हिजाब इस्लाम में एक विकल्प नहीं बल्कि एक दायित्व है। इसी तरह एक महिला जो हिजाब पहनती है, वह उस दायित्व को पूरा कर रही है जो उसे खुदा ने सौंपा है, जिसे वह प्यार करती है और खुद को रब के सामने ऐसे पेश करती है। मैं, एक महिला के रूप में जो हिजाब पहनती हूं, और कृतज्ञतापूर्वक पहनती हूं, इस पूरे घटनाक्रम का विरोध करती हूं जहां महिलाओं को केवल एक धार्मिक प्रतिबद्धता के लिए रोका और परेशान किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ इस पूर्वाग्रह को जन्म देना और ऐसी व्यवस्था स्थापित करना कि वह शिक्षा और हिजाब में से किसी एक का चुनाव कर लें, यह अन्यायपूर्ण है। आप उन्हें एक बहुत ही विशिष्ट विकल्प बनाने के लिए मजबूर करने का प्रयास कर रहे हैं जो आपके एजेंडे को सूट करता है और फिर जब ये औरतें आपकी आलोचना करें तो आप दिखा सको कि हिजाबी महिला तो अपनी बनाई क़ैद में ही बंद है। इन औरतों के पास अलग तरीके से चुनने, प्रोत्साहित करने के लिए और कोई विकल्प नहीं है। क्या ऐसा नहीं है कि आप मनगढ़ंत छवि को ही बढ़ावा दे रहे हैं और दिखा रहे हैं कि महिलाओं की स्वंत्रता चाहते हैं।

ज़ायरा ने कहा कि इन सबसे ऊपर, एक मुखौटा बनाना कि यह सब सशक्तिकरण के नाम पर किया जा रहा है, और भी बुरा है जब यह बिल्कुल विपरीत है। बहुत दुख की बात है।