चंद दिनों में उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार पार्ट टू का सूरज आशाओं की किरण की नई रौशनी लेकर आएगा। सियासत में कई इतिहास रचने वाले एक योगी से चौबीस करोड़ की जनता कुछ और इतिहास रचने की उम्मीद करेंगे। तीन दशक से अधिक अर्से बाद यूपी में कोई सरकार रिपीट होगी। यूपी में कोई मुख्यमंत्री लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री बनेगा। कोई राष्ट्रीय पार्टी यूपी में अपने किसी नेता को लगातार दूसरी बार सीएम की कुर्सी देगी। सूबे की जनता ने मुख्यमंत्री चेहरे को मुख्यमंत्री बनाने का पहली बार जनादेश दिया है। भरोसे करके इतने सारे रिकार्ड के इनाम देने वाली उत्तर प्रदेश की जनता को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब वो सब दें जो अबतक नहीं दे सके थे। यहां की आवाम की वो जरूरतें पूरी हों जो कोई भी मुख्यमंत्री नहीं कर सका था।
माना पिछले कार्यकाल में इतने बड़े सूबे की सरकार चलाना योगी का पहला अनुभव था। दो साल कोरोना ने विकास के रास्तों को रोकने की कोशिशें की होंगी। लेकिन अगले कार्यकाल में योगी आदित्यनाथ से जनता आशा करेगी कि वो सियासी रिकार्ड तोड़ने के बाद सरकार के कामों के खूब सारे सकारात्मक रिकार्ड क़ायम करें। पिछले कार्यकाल में जो अधूरे काम किए थे उन्हें पूरा करें। जिन योजनाओं का शिलान्यास किया था उनका फीता काटकर शुभारंभ करें।
ज़ाहिर सी बात है कि दूसरे कार्यकाल में इनके काम में परिपक्वता दिखाई देगी, तमाम तजुर्बों ने उन्हें पांच वर्ष बहुत कुछ सिखाया होगा। योगी सरकार पार्ट टू में निखार आना लाज़मी है।
यूपी चुनाव में भाजपा का चुनावी मुद्दा विकास था लेकिन चर्चा में बुलडोजर रहा। विरोधियों और विपक्षियों ने बुलडोजर को विनाश और विध्वंस का प्रतीक साबित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। लेकिन प्रदेश की जनता ने बुलडोजर को खुशहाली, विकास, शांति, सुकून, अमन को चुनौती देने वाले अपराध के साम्राज्य को ध्वस्त करने वाला बुलडोजर माना। ग़लत कामों, भ्रष्टाचार, गुंडई, अवैध कब्जों,आतंकवाद, राष्ट्रद्रोह और प्रदेश की जनता के अमन,चैन और सुरक्षा को चुनौती देने के मंसूबों पर बुलडोजर ही योगी सरकार के सुशासन में धार पैदा करेगा।
भाजपा ने इन मुद्दों, वादों और इरादों के साथ चुनावी जंग में विपक्षी दलों- साइकिल, हाथ, कमल पर बुलडोजर चलाकर बहुमत से चुनाव जीत लिया। जनता चाहती है कि बुलडोजर सियासत तक ही सीमित न रहे, सरकार के कामों में भी बुलडोजर की रफ्तार विकास की नजीर बने और सुशासन की मिसाल क़ायम करें।
ये बुलडोजर जनता को तकलीफ़ देने वाले अपराधियों के गलत मंसूबों पर ज़रुर चले, लेकिन योगी सरकार के संकटमोचन बुलडोजर का कार्यक्षेत्र और भी बढ़े। जनहित में सरकार की नई नीतियां बेरोजगारी की मुश्किलों पर बुलडोजर चलाकर हर एक बेरोजगार के लिए रोजगार सृजित करें। डबल इंजन की सरकार की दूसरी पारी मिलजुलकर आर्थिक नीतियों को कुछ इतना बेहतर बना लें कि बेतहाशा बढ़ रही महंगाई की तकलीफों पर भी बुलडोजर चले। गौशालाओं का विस्तार हो, गौवंश को प्रर्याप्त भोजन और संरक्षण मिले, ताकि आवारा पशुओं द्वारा तबाह होती फसलों से परेशान किसानों को राहत मिले।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एंव राजनीतिक विश्लेषक हैं)