रवीश कुमार
सोशल मीडिया पर आपने एक वीडियो देखा होगा कि रोमानिया प्रांत के एक मेयर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को हड़काने में लगे हैं। क्विंटल ने रोमानिया के सांगोव प्रांत के मेयर से बात की कि उन्हें ग़ुस्सा क्यों आया। मेयर ने जो कारण बताया वह आपरेशन गंगा के नाम पर आत्म प्रचार की बेशर्मी की पोल खोल देता है। काम से पहले प्रचार की इस सनक ने भारत की छवि के साथ जो खिलवाड़ किया है उस पर कोई एक्शन नहीं है। छात्रों ने ज़रा सी शिकायत क्या कर दी उन्हें आई टी सेल भारत की छवि ख़राब करने वाला बताने लगा।
मेयर एंघेल ने कहा कि उन्होंने भारतीय छात्रों की तरफ से बोला जो यह जानना चाहते थे कि वे घर कब जाएंगे। एंघेल ने कहा कि उनकी टीम को जब 157 भारतीय छात्र मिले तब उन्हें दूतावास की तरफ से कोई मदद नहीं दी गई। उनके ठहरने से लेकर खाने-पीने का इंतज़ाम हमने किया। सांगोव प्रांत के नागरिकों ने सब कुछ दिया।
तब मैंने देखा कि एक जनाब कैमरे के साथ अवतरित होते हैं और अहंकारी स्वर में छात्रों को संबोधित करने लगते हैं। उन्हें छात्रों की तकलीफ से कोई मतलब नहीं था, अपनी छवि चमकाने में लगे थे। मेयर ने कहा कि उन्हें बताया गया था कि भारतीय दूतावास की तरफ से बसें उपलब्ध कराई जाएंगी। छात्रों को विमान की कोई डिटेल नहीं दी गई। कब तक वे यहां ठहरते? जब मैंने देखा कि मंत्री छात्रों के साथ सम्मान के साथ बात नहीं कर रहे हैं तो गुस्सा आ गया।
(लेखक जाने माने पत्रकार हैं, यह लेख उनके फेसबुक पेज से लिया गया है)